हरिद्वार: जिला प्रशासन ने आज सुबह सरकारी जमीन पर कब्जा करने का आरोप लगाते हुए मजार को ध्वस्त कर दिया. हरिद्वार से बहादराबाद की तरफ ग्रामीण क्षेत्र गढ़मीरपुर में यह मजार मौजूद थी. ऐसा कहा जा रहा है कि टिहरी बांध परियोजना के पुनर्निवास वाले इस गढ़मीरपुर, राजपुर क्षेत्र में मजार सरकारी भूमि पर बनाई गई थी.
पाञ्चजन्य खबर के अनुसार, आज सुबह एसडीएम अजय वीर सिंह के नेतृत्व में पुलिस प्रशासन ने इस क्षेत्र की घेराबंदी करके मजार को ध्वस्त कर दिया. जिले के अतिक्रमण हटाओ अभियान के नोडल अधिकारी मनीष सिंह ने बताया कि उक्त मजार को बनाने के लिए जिला प्रशासन से कोई अनुमति नहीं ली गई थी, जबकि सुप्रीम कोर्ट का निर्देश है कि 2016 के बाद किसी भी धार्मिक स्थल के नवनिर्माण अथवा पुनर्निर्माण के लिए डीएम से अनुमति अनिवार्य है.
उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी कामेंद्र सिंह के निर्देश पर उक्त अतिक्रमण हटाया गया है. यह मजार सरकारी भूमि पर अवैध कब्जे की नीयत से बनाई गई थी. यहां पूर्व में नोटिस दिया गया, यहां अवैध रूप से काबिज व्यक्ति ने कोई भूमि संबंधी,निर्माण संबंधी दस्तावेज नहीं दिखा पाए, इससे आज सुबह इसे ध्वस्त कर दिया गया.
बताया गया है उक्त मजार के साथ-साथ एक बड़े भूभाग पर भी कब्जा करके पक्का निर्माण कर लिया गया था, जिसकी शिकायत ग्रामवासियों द्वारा सीएम शिकायत पोर्टल और जिला अधिकारी से भी की गई थी. इसके बाद प्रशासन ने इस मामले की जांच पड़ताल की और कानूनी कारवाई की औपचारिकताएं पूरी करते हुए आज इसे ध्वस्त कराया. जिला प्रशासन ने पहले भारी संख्या में पुलिस फोर्स को तैनात करते हुए क्षेत्र में आवाजाही पर रोक लगा दी और करीब दो घंटे में ध्वस्तीकरण की कार्रवाई भी पूरी कर ली.