Israel attacks Palestinian refugee camp in Lebanon: इजराइल बीते दो सालों से अधिक समय से गाजा में घातक हमले कर रहा है. इजराइल ने इस दौरान ईरान, लेबनान पर भी हमले किया है. इसी बीच इजराइल ने एक बार फिर साउथ लेबनान में एक फिलिस्तीनी शरणार्थी शिविर पर ड्रोन से हमला किया, जिसमें कम से कम 13 लोग मारे गए. मारे गए लोगों की पुष्टि लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने की.
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, इजराइल ने लेबनान, सिडोन के बाहरी इलाके में स्थित ईन एल-हिल्वे शरणार्थी शिविर के अंदर एक मस्जिद के पार्किंग क्षेत्र में एक कार को निशाना बनाया, जिसमें कम से कम चार लोग घायल भी गए.
इजराइल ने हमले के बाद क्या कहा?
हमले के बाद इजराइली सेना ने कहा कि उसने हमास के सदस्यों को निशाना बनाया, जो ऐन एल-हिल्वे इलाके में एक प्रशिक्षण परिसर में काम कर रहे थे.
इजराइली सेना ने आगे कहा कि इस जगह का इस्तेमाल हमास द्वारा इजराइल के खिलाफ हमले की योजना बनाने और उन्हें अंजाम देने के लिए किया जाता था. हालांकि हमास ने इस आरोप को खारिज करते हुए “झूठ और गढ़ी हुई कहानी” करार दिया है.
हमास ने इजराइल के आरोपों को किया खारिज
हमास ने कहा कि ज़ायोनिस्ट कब्जाकारी सेना का यह दावा कि निशाना बनाया गया जगह हमास आंदोलन का ‘प्रशिक्षण परिसर’ था, पूरी तरह झूठ हैं. ये सिर्फ उनके अपराधी आक्रमण को सही ठहराने और शरणार्थी शिविरों और हमारे फिलिस्तीनी लोगों के खिलाफ भड़काने के लिए हैं. लेबनान के फिलिस्तीनी शरणार्थी शिविरों में कोई सैन्य सुविधाएं नहीं हैं.
बता दें कि इससे पहले मंगलवार को लेबनानी अधिकारियों ने बताया कि देश के साउथ इलाके में इजराइल ने अलग- अलग जगहों में वाहनों को निशाना बनाते हुए हमला किया, जिसमें दो और लोग मारे गए.
वहीं इस बीच, बुधवार को दक्षिणी लेबनान के अल-तैरी शहर में इजराइली कब्जे वाली सेना द्वारा एक वाहन पर बमबारी करने से स्कूली बच्चों सहित कई लोगों के घायल होने की भी खबर है.
सीजफायर के बावजूद गाजा में हमला जारी
बता दें कि इजराइल पिछले लगभग दो सालों से अधिक समय से लगातार गाजा पट्टी में घुसकर हमले कर रहा है. साथ ही सीजफायर समझौते के बावजूद गाजा पर कई बार हमले कर चुका है. इजराइल के इन हमलों से मासूम फिलिस्तीनी मारे जा रहे हैं. गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इजराइल द्वारा गाजा में लगातार किए जा रहे हमलों से लगभग 69,483 फिलिस्तीनी मारे गए हैं, जबकि 170,706 लोग घायल हुए हैं. इनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चें शामिल हैं.

