United Nations On Gaza: इजराइल लगातार गाजा पट्टी में हमला कर मासूम फिलिस्तीनियों की जान ले रहा है. इजराइल के इस क्रुर हमले की कड़ी निंदा की जा रही है. इसी बीच संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार प्रमुख ने गाजा पट्टी में इजराइल के व्यवहार की कड़ी निंदा की है.
वोल्कर टर्क ने क्या कहा?
संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार प्रमुख वोल्कर टर्क (Volker Turk) ने आज यानी कि सोमवार, 16 जून को कहा कि इजराइल के “युद्ध के साधन और तरीके गाजा में फिलिस्तीनियों पर भयानक अमानवीय पीड़ा डाल रहे हैं.
सोमवार की सुबह से गाजा में कम से कम 20 फिलिस्तीनी मारे गए
अल जजीरा की एक रिपोर्ट के मुताबिक, संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार प्रमुख वोल्कर टर्क की यह टिप्पणी सोमवार की सुबह इजराइल द्वारा गाजा में किए हमले के बाद आई. अल जजीरा के सूत्रों के मुताबिक, सोमवार की सुबह से गाजा में कम से कम 20 फिलिस्तीनी मारे गए. जिनमें 15 सहायता मांगने वाले लोग रफाह के वितरण बिंदुओं के पास मारे गए.
यह वितरण केंद्र (Distribution Points) संयुक्त राज्य अमेरिका और इजराइल द्वारा समर्थित विवादास्पद गाजा ह्यूमेनिटेरियन फाउंडेशन (Gaza Humanitarian Foundation) द्वारा चलाए जाते हैं.
‘इजराइल ने भोजन को हथियार बना दिया’
टर्क ने जिनेवा में 59वीं मानवाधिकार परिषद के समक्ष अपनी वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए कहा कि इजराइल ने भोजन को हथियार बना दिया है और जीवन रक्षक सहायता को रोक दिया है. गाजा के उत्तरी हिस्से में तीन और सहायता मांगने वाले लोगों की हत्या की खबर आई है और गाजा शहर में दो की हत्या की गई.
जांच की मांग की
मानवाधिकार प्रमुख वोल्कर टर्क ने आगे कहा कि मैं खाद्य वितरण केंद्रों के पास हुए नागरिकों पर हुए घातक हमलों की तुरंत निष्पक्ष जांच का आग्रह करता हूं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वरिष्ठ इजराइली सरकारी अधिकारियों की परेशान करने वाली, अमानवीय बयानबाजी सबसे गंभीर अपराधों की याद दिलाती है.
अब तक इतने फिलिस्तीनी मारे गए
बता दें कि गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, 19 महीनों से अधिक समय से हो रहे इजराइली हमलों में कम से कम 55,362 फिलिस्तीनी मारे गए हैं, जिनमें हजारों महिलाए और बच्चे भी शामिल हैं.