खान युनूस: इसराइल हमले रोकने को तैयार नहीं है. गाजा की हेल्थ मिनिस्ट्री ने शुक्रवार को बताया कि खान युनूस में इसराइली हमले में 38 लोग मारे गए. शुक्रवार की सुबह की यह कार्रवाई ऐसे समय में हुई है जब इसराइल की सेना लेबनान और गाजा में हमले तेज कर रही है. इंटरनेशनल दबाह होने के बावजूद भी इसराइल लगातार हमले कर रहा है, जिसमें आम नागरिकों की जानें जा रही हैं.
इससे पहले दक्षिण-पूर्वी लेबनान में पत्रकारों के घरों पर इसराइली हवाई हमले में शुक्रवार तड़के तीन मीडिया कर्मचारियों की मौत हो गई. उधर कतर के 6 पत्रकारों को इसराइल ने आतंकी घोषित कर दिया है. यहूदी मुल्क का कहना है कि वह हमास की मदद कर रहे हैं.
स्थानीय समाचार स्टेशन अल जदीद ने घटनास्थल से फुटेज टेलिकास्ट किया है. अलग-अलग मीडिया आउटलेट्स के जरिए किराए पर लिए गए शैलेटों का एक संग्रह – जिसमें ढही हुई इमारतें और “प्रेस” लिखी हुई कारें दिखाई गईं, जो धूल और मलबे से ढकी हुई थीं.
इसराइली सेना ने हमले से पहले कोई चेतावनी जारी नहीं की थी. बेरूत स्थित पैन-अरब अल-मायादीन टीवी ने कहा कि उसके दो कर्मचारी – कैमरा ऑपरेटर घासन नज़र और प्रसारण तकनीशियन मोहम्मद रिदा – शुक्रवार तड़के मारे गए पत्रकारों में शामिल थे. लेबनान के हिजबुल्लाह समूह के अल-मनार टीवी ने कहा कि उसके कैमरा ऑपरेटर विसम कासिम भी हसबाया इलाके में हवाई हमले में मारे गए.
अल-मायादीन के निदेशक घासन बिन जिद्दो ने आरोप लगाया कि पत्रकारों के आवास वाले परिसर पर इसराइली हमला जानबूझकर किया गया था और यह हमला उन लोगों को निशाना बनाकर किया गया था जो उसके सैन्य हमले की रिपोर्टिंग कर रहे थे.