गाज़ा: गाज़ा में इसराइल का कहर जारी है. इसराइल रक्षा बलों (IDF) ने पिछले 24 घंटों में गाज़ा के राफा समेत कई इलाकों के रिफ्यूजी कैंप में भीषण हमला किया है. जिसमें कम से कम 69 फिलिस्तीनियों की मौत हो गई है. जबकि सौकड़ों लोग घायल हुए हैं. जिनमें एक पत्रकार और बचावकर्मी भी शामिल हैं. हमास के स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, दक्षिणी गाज़ा के खान यूनिस में संयुक्त राष्ट्र द्वारा संचालित एक स्कूल पर रविवार को हुए हमले में महिलाओं और बच्चों सहित कम से कम 20 विस्थापित फिलिस्तीनी मारे गए. इससे पहले मध्य गाज़ा के नुसेरत बाजार क्षेत्र में नागरिक आपातकालीन केंद्र पर हवाई हमला किया गया था, जिसमें अल जज़ीरा के लिए काम करने वाले वीडियो पत्रकार अहमद अल-लौह और पांच अन्य लोग मारे गए थे.
वहीं, नुसेरत शिविर में एक घर पर एक और हमले में बच्चों सहित पांच लोग मारे गए. गाज़ा शहर के घरों पर तीन इसराइली हवाई हमलों में कम से कम 11 लोग मारे गए, बेत लाहिया और बेत हनून के शहरों और जबालिया शिविर में घरों के समूहों पर बमबारी या आग लगाने से नौ लोग मारे गए और राफा में दो लोग मारे गए.
इस बीच इसराइली सेना ने कहा कि गाज़ा शहर के तीन घर आसन्न हमलों की योजना बना रहे ‘उग्रवादियों’ के थे. बेत हनून में, निवासियों ने कहा कि इसराइली सेना ने खलील अवेदा स्कूल में शरण लिए परिवारों को घेर लिया और फिर उस पर हमला कर उन्हें गाज़ा शहर की ओर जाने का आदेश दिया.
गाज़ा में सरकारी मीडिया कार्यालय के प्रवक्ता ने कहा कि उस हमले में 43 लोग मारे गए, जबकि अन्य घायल हो गए. जबकि गाज़ा पर युद्ध में आधिकारिक फिलिस्तीनी मौतों की संख्या 45,000 के करीब पहुंच गई है, इसराइल पर गाज़ा के उत्तरी किनारे को खाली करने और बफर जोन बनाने के लिए नरसंहार और जातीय सफाई करने का आरोप लगाया गया है. इसराइल ने इससे इनकार किया है और कहा है कि अभियान हमास को लक्षित करता है.