गाजा: इसराइल ने गाजा पर एक बार फिर भयानक हमला किया है. यह हमला सेंट्रल गाजा स्ट्रिप के एक रेफ्यूजी कैंप पर किया गया है, जिसमें 25 लोगों की मौत हो गई है और 30 लोग घायल हैं. मौत का आंकड़ा और बढ़ सकता है. इस कैंप में युद्ध की वजह से विस्थापित लोग रह रहा थे. हमास के खिलाफ जंग में इसराइल का सबसे खराब चेहरा देखने को मिला है. लगातार हो रहे हमलों में हमास के लड़ाके कम और आम लोगों की ज्यादा जान गई हैं.
फिलिस्तीनी सरकारी समाचार एजेंसी डब्ल्यूएएफए की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सोमवार शाम को दक्षिणी गाजा पट्टी में खान यूनिस के पश्चिम में विस्थापित लोगों के लिए बने एक तंबू को निशाना बनाकर इसराइली बमबारी में कम से कम पांच लोग मारे गए और कई अन्य घायल हो गए.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, एक दूसरे हमले में, मध्य गाजा पट्टी में अल-नुसेरात शरणार्थी शिविर पर इसराइली बमबारी के कारण कम से कम 20 फिलिस्तीनी मारे गए और 30 से अधिक अन्य घायल हो गए.
अस्पताल की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि इसराइली तोपखाने ने पानी के टैंकों पर बमबारी की, जिससे अस्पताल के कुछ हिस्सों में पानी की आपूर्ति बाधित हो गई. साथ ही कहा गया कि इसराइली ड्रोन हमलों से अस्पताल के प्रशासनिक भवन को भी नुकसान पहुंचा है. हालांकि, इसराइली आर्मी ने इन हमलों पर कोई भी टिप्पणी नहीं की है.
यह हमले हमास के 7 अक्टूबर के बाद शुरू हुए, जिसमें हमास के लड़ाके इसराइल में दाखिल हो गए और लोगों को निशाना बनाया. इस हमले में 1200 लोगों की मौत हो गई और 250 लोगों को बंधक बना लिया गया. गाजा स्थित स्वास्थ्य अधिकारियों ने रविवार को एक बयान में कहा कि गाजा पट्टी में जारी इसराइली हमलों में मरने वाले फिलिस्तीनियों की संख्या बढ़कर 43,603 हो गई है.