यरूशलम में स्थित मस्जिद अक्सा में रमजान के मुबारक मौके पर इसराइली सैनिकों और फलस्तीनी मुसलमानों के बीच हिंसा की सूचना मिली है. खबर है कि शुक्रवार सुबह हुई हिंसा में 150 से अधिक फलस्तीनी मुसलमान घायल हो गए. इस बीच, फ़िलिस्तीनी रेड क्रिसेंट इमरजेंसी सर्विस ने कहा कि उसने 150 घायल लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराया है, जो रबर की गोलियों और हथगोले से घायल हो गए थे.
अलजज़ीरा समाचार के अनुसार, इसराइली सैनिकों ने कब्जे वाले पूर्वी यरुशलम में अक्सा मस्जिद परिसर में छापा मारा, जिसमें कम से कम 158 फिलिस्तीनियों को हिंसा में घायल होने की सूचना दी गई है, क्योंकि सैकड़ों को हिरासत में लिया गया है.
खबर के अनुसार, सुबह होने से पहले इसराइली सैनिकों ने मस्जिदे अक्सा में छापा मारा, क्योंकि सुबह की नमाज के लिए हजारों रोज़ेदार मस्जिद में एकत्र हुए थे.
इसराइली सैनिकों ने कहा कि उन्होंने छापामारी के दौरान कम से कम 300 फिलिस्तीनियों को गिरफ्तार किया है. हालांकि, फिलीस्तीनी सूत्रों ने यह संख्या 400 बताई है.
समाचार एजेंसी एपी की रिपोर्ट के मुताबिक, मस्जिदे अक्सा की देखरेख करने वाली समिति ने कहा कि इसराइली सैनिक सुबह होने से पहले ही मस्जिद में घुस आए. उधर, इसराइल ने कहा कि रमजान के मद्देनजर हजारों की संख्या में लोग फज्र की नमाज के लिए मस्जिद में जमा हुए थे. उनकी फ़ौज हिंसा के लिए रखे गए पत्थरों को हटाने के लिए मस्जिद में घुसी थी.
उल्लेखनीय है कि इसराइल मस्जिदे अक्सा पर अपने कब्जे का दावा करता है और फिलिस्तीनियों के मस्जिद में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा राखी है. ये प्रतिबंध रमजान के मौके पर हटा दी गयीं. फज्र की नमाज के लिए हजारों की संख्या में नमाजी मस्जिद में जमा हुए, इस दौरान हिंसा भड़क उठी. मुसलमानों के अलावा मस्जिदे अक्सा यहूदियों और ईसाइयों के लिए एक पवित्र स्थान माना जाता है. मस्जिद दशकों से इसराइल-फलस्तीनी संघर्ष के केंद्र में रही है.