Jammu Kashmir: जम्मू पुलिस ने गुरूवार, 24 जुलाई की रात मोहम्मद परवेज नामक युवक की कथित मुठभेड़ में गोली मारकर हत्या कर दी. हालंकि परिवार वालों ने इसे फेक एनकाउंटर बताया है. इस घटना में दो पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है.
परिजनों ने फेक एनकाउंटर का लगाया आरोप
रिपोर्टों के मुताबिक, जम्मू के सतावरी इलाके में दो पुलिसकर्मियों ने गुरूवार की शाम को निकी तवी निवासी परवेज अहमद को एनकाउंटर में मार डाला. पुलिस का कहना है कि परवेज संदिग्ध ड्रग तस्कर था. हालांकि परिवार वालों ने इसे फेक एनकाउंटर बताते हुए गंभीर आरोप लगाए हैं.
‘पुलिस ने हत्या कर एनकाउंटर का शक्ल दी’
मोहम्मद परवेज के परिजनों ने पुलिस के दावों को खारिज करते हुए कहा कि उसे फेक एनकाउंटर में मारा गया है. पुलिस ने उसे झूठे आरोप में फंसाकर मारा डाला और इसे एनकाउंटर बना दिया. मोहम्मद परवेज की शादी तीन महीने पहले हुई थी. उनके परिवार वालों ने कहा कि उसका कोई कसूर नहीं था.
‘परवेज के खिलाफ एक FIR दर्ज नहीं’
वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि मोहम्मद परवेज निर्दोष था. उसका कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं था और उसके खिलाफ एक भी एफआईआर (FIR) दर्ज नहीं थी. फिर भी पुलिस ने उसे गोली मार दी और बाद में दावा किया कि यह क्रॉस-फायरिंग थी.
फेक एनकाउंटर की जांच के लिए SIT गठित
इस घटना पर बढ़ते विवाद के बीच जम्मू के जिला मजिस्ट्रेट सचिन कुमार वेश्य ने कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपी पुलिसकर्मियों को जांच पूरी होने तक सस्पेंड कर दिया है. सचिन कुमार ने इस घटना की जांच रिपोर्ट दो हफ्ते के अंदर पेश करना का निर्देश दिया है. वहीं दूसरी ओर परिवार द्वारा लगाए गए फेक एनकाउंटर की जांच के लिए एसआईटी की गठन किया गया है.
CM उमर अब्दुल्लाह ने क्या कहा?
जम्मू- कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्लाह ने इस घटना पर कहा कि जम्मू के निकी तवी निवासी मोहम्मद परवेज की हत्या अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद है. पुलिस द्वारा बल का प्रयोग सोच- समझकर किया जाना चाहिए, अंधाधुंध नहीं होना चाहिए.
The killing of Mohd Parvez of Niki Tawi in Jammu is highly unfortunate & deeply regrettable. Use of force by the police has to be calibrated & cannot be indiscriminate. J&K has paid a heavy price in the past because of incidents such as these. This incident should be investigated…
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) July 25, 2025
उन्होंने आगे कहा कि जम्मू-कश्मीर ने इतिहास में ऐसी घटनाओं की भारी कीमत चुकाई है. इस घटना की सही से और समय पर जांच होनी चाहिए.

