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Kashmir में पत्रकारों पर दबाव जारी.. भ्रष्टाचार विरोधी रिपोर्टिंग करने पर पुलिस ने पत्रकार जहांगीर अली का फोन जब्त किया

न्यूज पोर्टल 'द वायर' से जुड़े कश्मीर के वरिष्ठ पत्रकार जहांगीर अली के घर पुलिस बिना किसी वारंट के घुस गई और उनका मोबाइल फोन जब्त कर लिया.

Jammu Kashmir: जम्मू- कश्मीर के पत्रकारों और मीडिया संस्थानों के लगातार परेशान किया जा रहा है और उन पर कड़ी निगरानी की जा रही है. पिछले महीनें जम्मू-कश्मीर पुलिस की स्टेट इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (SIA) ने देश के खिलाफ गतिविधियों को बढ़ावा देने के आरोप में ‘कश्मीर टाइम्स‘ के ऑफिस पर छापा मारा था. पत्रकारों को परेशान किए जाने का एक ऐसा ही मामला फिर से सामने आया है. न्यूज पोर्टल वायर से जुड़े वरिष्ठ पत्रकार जहांगीर अली (Jehangir Ali) के घर पुलिस बिना किसी वारंट के घुस गई और उनका मोबाइल फोन जब्त कर लिया.

पुलिस ने बिना कोई कारण बताए फोन जब्त किया

न्यूज पोर्टल वायर ने गुरूवार को एक बयान जारी करते हुए ये जानकारी दी. न्यूज पोर्टल ने कहा कि बुधवार शाम बडगाम से पुलिस अधिकारी जहांगीर अली के घर पहुंचे. आगे बताया कि पुलिस ने बिना किसी कारण बताए और न ही किसी FIR, मामले, वारंट या अदालत के आदेश का विवरण दिए जहांगीर अली का मोबाइल फोन जब्त कर लिया.

द वायर ने किया विरोध

न्यूज पोर्टल द वायर ने पत्रकार जहांगीर अली का फोन जब्त करने और दबाव बनाए जाने की कड़ी निंदा की. द वायर ने कहा कि जम्मू और कश्मीर पुलिस और प्रशासन द्वारा रिपोर्टर को डराने-धमकाने की इस कोशिश का कड़ा विरोध करता है, जो J&K में पत्रकारों को सिस्टमैटिक तरीके से परेशान करने का एक उदाहरण है.

द वायर यह भी मांग करता है कि उनका फोन तुरंत वापस किया जाए, साथ ही जब से उन्होंने फोन सौंपा था, तब से लेकर अब तक की पूरी कस्टडी चेन की जानकारी भी दी जाए.

भ्रष्टाचार पर रिपोर्टिंग कर रहे थे जहांगीर

न्यूज पोर्टल ने बताया कि जहांगीर अली का फोन उस समय जब्त किया गया, जब वे किश्तवाड़ के राटले हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट में भाई- भतीजावाद और भ्रष्टाचार के आरोपों पर रिपोर्टिंग कर रहे थे. पुलिस छापे के वक्त भी हमारे संवाददाता इसी परियोजना से जुड़ी एक और खोजी रिपोर्ट पर काम कर रहे थे.

महबूबा मुफ्ती ने कहा कश्मीर में पत्रकारिता लगभग खत्म होती जा रही है

वहीं इस घटना पर जम्मू- कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि द वायर के पत्रकार जहांगीर अली ने हाल ही में किश्तवाड़ पावर प्रोजेक्ट में बीजेपी विधायकों पर खुलेआम भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद के आरोप को सामने लाया था. आज इसमें कोई हैरानी की बात नहीं है कि उनका फोन गैर-कानूनी तरीके से जब्त कर लिया गया. कश्मीर में पत्रकारिता लगभग खत्म होती जा रही है, सिवाय उन लोगों के जो सिर्फ बीजेपी की बातों को तोते की तरह दोहराने वाले स्टेनोग्राफर बनकर रह गए हैं.

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