मध्य प्रदेश के ज़िला खरगोन में कल हुए साम्प्रदायिक हिंसा के लिए मुसलमानों को जिम्मेदार ठहरा कर सरकार ने आज कार्रवाई शुरू कर दी है. आज सरकार ने बुलडोज़र चला कर मुसलमानों के घरों और दुकानों को तोड़ दिया.
बता दें कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज सुबह ही कहा था कि सरकार दंगाइयों से नुकसान की वसूली करेगी. इसके बाद गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि जिन घरों से पत्थर चले हैं, उन्हें पत्थर के ढेर में बदल दिया जाएगा. इन बयानों के कुछ ही देर बाद 5 बुलडोजर खरगोन के एक सिनेमा हॉल के पास मुस्लिम घरों और उनकी दुकानों को गिराने पहुंच गए. बताया जा रहा है कि करीब 50 घरों को गिराने के लिए पहचान की गई है.
सुनिये ध्यान से
जिस घरों से पत्थर आये है उस घर को पत्थरो का ही ढेर बनाएंगे
नरोत्तम मिश्रा जी #khargone #बुलडोजर_मामा #RamNavami pic.twitter.com/DjhXlDB0PH— Avinash Jaiswal (@AvinashBJPGonda) April 11, 2022
एक समुदाय इसे सजा की कार्रवाई बता रहा है तो दूसरा समुदाय इसे मुसलमानों पर एकतरफा कार्रवाई बता रहा है. सत्य हिंदी खबर के अनुसार, इंदौर के कमिश्नर डॉ पवन शर्मा ने बताया कि करीब 84 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. करीब 50 मकानों को गिराया जाएगा, जिनकी पहचान कर ली गई है. ये लोग दंगे में शामिल थे. हम दंगाइयों की कमर आर्थिक रूप से तोड़ देंगे.
बता दें कि खरगोन में कल हिंसा उस वक्त भड़की, जब राम नवमी के एक जुलूस को मुस्लिम बस्ती से निकाला गया. तालाब चौक पर तेज बजते डीजे को जब बंद कराने की कोशिश की गई तो दोनों पक्षों में बहस हो गई. इसी दौरान पथराव हुआ और उसके फौरन बाद शहर में हिंसा शुरू हो गई. मुसलमानों के घरों और मसाजिद को निशाना बनाया गया. इस घटना में काफी लोग घायल हुए. जिला प्रशासन ने कर्फ्यू लगाकर हालांकि हालात काबू होने के दावा किया लेकिन शहर की गलियों से रातभर शोर-शराबे की आवाजें आती रहीं. ऐसा लग रहा था कि घरों पर कुछ लोगों का जत्था हमले कर रहा था.
वहीं हिंसा को लेकर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने आरोप लगाया कि हिंदू संगठनों ने विभिन्न स्थानों पर हिंसा का सहारा लिया और पुलिस के आशीवार्द से हिंदुत्व भीड़ इन जगहों पर हिंसा भड़का रही है.
ओवैसी ने यह भी आरोप लगाया कि कई जगहों पर राम नवमी की रथ यात्रा का इस्तेमाल मुसलमानों के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने के लिए किया गया.
वहीं कांग्रेस नेता इमरान प्रतापगढ़ी ने घटना का वीडियो ट्विटर पर शेयर कर लिखा कि ‘नारे लगाती हथियारबंद भीड़ आपके मुहल्ले में आगजनी करने आये और अगर आपने उस हिंसक भीड़ को भगाने के लिये प्रतिरोध किया तो शिवराज सिंह जी के बुलडोज़र तैयार हैं आपका घर गिराने के लिये, खरगौन में रात पुलिस की मौजूदगी में दंगा हुआ और अब चुनकर मुसलमानों के घर तोड़े जा रहे हैं.
नारे लगाती हथियारबंद भीड़ आपके मुहल्ले में आगजनी करने आये और अगर आपने उस हिंसक भीड़ को भगाने के लिये प्रतिरोध किया तो @ChouhanShivraj जी के बुलडोज़र तैयार हैं आपका घर गिराने के लिये,खरगौन में रात पुलिस की मौजूदगी में दंगा हुआ और अब चुनकर मुसलमानों के घर तोड़े जा रहे हैं। pic.twitter.com/RAxCElCC2F
— Imran Pratapgarhi (@ShayarImran) April 11, 2022
महत्वपूर्ण यह है कि अभी तक इस घटना की जांच भी नहीं हुई है कि हिंसा अचानक किसने और क्यों, किस तरफ से शुरू की. क्या जुलूस को मुस्लिम इलाके से ले जाने की अनुमति दी गई थी. लेकिन उससे पहले खरगोन की मुस्लिम बस्तियों में बुलडोजर भेज कर मकानों को गिराने की कार्रवाई शुरू कर दी गई.