कुरुक्षेत्र: हरियाणा के कुरुक्षेत्र में कश्मीरी शॉल बेचने वालों को बांग्लादेशी बताकर उनके साथ मारपीट की गई है. मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल हो रहा है. उन लोगों को कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के द्वारा बुलाया गया था. उन लोगों ने पश्मीना शॉल बेचने वालों का सामान भी सड़क पर फेंक दिया.
कुरुक्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव चल रहा है जो 15 दिसंबर तक चलेगा. यहां पर भारत के अलग-अलग राज्यों से शिल्पकार और कलाकार आए हुए हैं, जिन्होंने सरस मेले में अपने-अपने सामान की स्टॉल लगाई हुई है. यहां पर कश्मीर के प्रसिद्ध शिल्पकार भी आए हुए हैं, जिनकी पश्मीना शॉल भारत ही नहीं विदेशों में भी प्रसिद्ध है. लेकिन यहां पर आए हुए एक कश्मीरी शिल्पकार के साथ हिंदू संगठन के नेता ने सरेआम मारपीट कर दी.
During the Geeta Jayanti fair at Kurukshetra fair in Haryana yesterday, a RW group attacked Kashmiri stall owners while announcing not to buy from Muslim vendors. Thanks to local residents who immediately came to support the Muslim stall owner. They opposed & condemned the act. pic.twitter.com/qHHDbNULDG
— Mohammed Zubair (@zoo_bear) December 8, 2024
ज़ी सलाम की खबर के अनुसार, पीड़ित यूनुस ने बताया कि “हिंदू संगठन की एक रैली उनके स्टॉल के सामने से निकल रही थी. वे पर्यटकों को दुकान का सामान दिखा रहे थे. ऐसे में दुकान पर पहुंचे हिंदू संगठन के नेताओं ने उनको मुस्लिम और बांग्लादेशी बताते हुए मारपीट की. युनूस का आरोप है कि “इस दौरान उनके दुकान का सामान भी फेंका गया और उनके मोबाइल को तोड़ दिया गया.
उनसे कहा गया कि तुम मुस्लिम हो और यहां हिंदुओं के अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में शामिल होने कैसे आ गए?
पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. कश्मीरी दुकानदार को मार खाता देख आसपास के शिल्पकार वहां पहुंचे और तब हिंदू संगठन के नेता वहां से नारा लगाते हुए चले गए. इसके बाद मौके पर पुलिस को बुलाया गया. तब जाकर कहीं मामला शांत हुआ.
पीड़ित दुकानदार यूनुस का कहना है कि “उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस में दी है, जिसमें पुलिस ने मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है. पुलिस ने उन्हें सुरक्षा देने का भरोसा भी दिलाया है. मौके पर कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के अधिकारी भी पहुंचे थे, जिनके संज्ञान में मामला आ चुका है.
पीड़ित यूनुस ने बताया कि उनको विशेष तौर पर यहां पर आमंत्रित किया जाता है और वे साल 2016 से लगातार यहां पर आ रहे हैं. ऐसा उनके साथ पहले कभी नहीं हुआ. अकेले कश्मीर से करीब 25 शिल्पकारों ने यहां पर अपनी स्टॉल लगा रखी है.
उन्होंने कहा कि सभी दुकानदारों के मन में डर का माहौल बना हुआ है और अगर ऐसे हालात रहे तो वे आगे से अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में शामिल होने के लिए नहीं आएंगे. फिलहाल घटना के बाद से दुकान के आसपास पुलिस भी तैनात कर दी गई है, ताकि दोबारा ऐसी घटना ना हो.

