न्यूयॉर्क: अमेरिका के न्यूयॉर्क में सबवे ट्रेन में हुई शूटिंग की घटना के आरोपी की तलाश जोरशोर से की जा रही है. इस घटना में कम से कम 13 लोग घायल हो गये, जिनमें से पांच की हालत गंभीर बतायी जा रही है.
पुलिस आयुक्त कीशन स्वेल ने मंगलवार को बताया कि फिलहाल अभी इसे आतंकवादी हमले के रूप में नहीं देखा जा रहा है लेकिन किसी भी पहलू को पूरी तरह दरकिनार भी नहीं किया जा रहा है.
न्यूयॉर्क सिटी के अधिकारियों ने बताया कि ब्रूकलिन में सुबह (भारतीय समयानुसार मंगलवार शाम) भीड़भाड़ वाली ट्रेन में एक व्यक्ति ने अंधाधुंध गोलियां चलायीं, जिसमें 10 लोगों को गोली लगी जबकि कई लोग स्मोक बम से निकले धुंए, भगदड़ में गिरने या पैनिक अटैक के कारण घायल हुये.
इस घटना की जांच सरकार कर रही है. इस तरह की शूटिंग और अन्य घटनाओं को तब तक आतंकवादी गतिविधि नहीं माना जाता, जब तक वह हमला राजनीतिक, धार्मिक या नस्लीय एजेंडे से प्रेरित न हो.
हमलावर ने कुल 33 गोलियां चलायीं लेकिन इससे किसी की मौत होने की अब तक खबर नहीं है. हालांकि, पांच लोग गंभीर रूप से घायल हैं.
पुलिस के मुताबिक एक 9 एमएम की ग्लॉक बंदूक, जो जाम हो गयी थी, ट्रेन पर मिली है. शायद बंदूक के जाम होने के कारण ही हमलावर और गोलियां नहीं चला पाया.
प्रत्यक्षदर्शियों के द्वारा पोस्ट किये वीडियो और तस्वीरों में पीड़ित बहते खून के बीच ट्रेन में और प्लेटफॉर्म पर दिखाई दे रहे हैं. कुछ घायल यात्रियों को कर्मचारी दूसरे प्लेटफार्म पर ले जा रहे थे ताकि उन्हें दूसरे स्टेशन पर ले जाया जा सके.
पुलिस आयुक्त ने बताया कि शूटर की पहचान अफ्रीकी अमेरिकी के रूप में हुई है, जिसने हरे रंग की जैकेट पहना हुआ था और गैस मास्क लगाया हुआ था. उसने पहले स्मोक बम छोड़ा और उसके पास फायरिंग करने लगा. वह इसके बाद स्टेशन पर गायब हो गया.
मेयर एरिक एडम्स ने कहा कि स्टेशन में लगे सर्विलांस कैमरे काम नहीं कर रहे थे. पुलिस आसपास की दुकानों में लगी सीसीटीवी से फुटेज हासिल कर रही थी.
पुलिस ने बताया कि उन्हें दो मैगजीन, पटाखों और स्मोक बम से भरा बैग तथा एक धारदार हथियार भी मिला है. इसके अलावा संदिग्ध हमलावर जिस किराये की गाड़ी में आया था, उसकी चाभियां भी मिली हैं.
इसी वाहन के आधार पर पुलिस ने संदेह व्यक्त किया है कि वे जिस व्यक्ति की तलाश कर रहे हैं, वह फिलाडेल्फिया का है. उस व्यक्ति की पहचान फ्रैंक आर जेम्स के रूप में हुई है.
कथित रूप से फ्रैंक सोशल मीडिया पर न्यूयॉर्क सिटी के डेमोक्रेटिक पार्टी के मेयर के खिलाफ अनाप शनाप बोला करता था. मेयर खुद भी अफ्रीकी अमेरिकी मूल के हैं.
न्यूयॉर्क सिटी का सबवे ट्रेन भारत के मेट्रो ट्रेन के जैसा है लेकिन यहां यात्रियों की और उनके सामानों की सुरक्षा जांच नहीं होती और न ही किसी स्टेशन पर प्रवेश के वक्त मेटर डिटेक्टर से गुजरना होता है.
यहां कोई भी व्यक्ति कुछ भी सामान लेकर किराया देकर करीब 400 किलोमीटर के ट्रेन रूट पर आराम से जा सकता है.
इससे पहले भी 2009 में सबवे सिस्टम को बम से उड़ाने की एक अफ्रीकी अमेरिकी की कोशिश नाकाम की गयी थी.
साल 2017 में बंगलादेश के एक नागरिक ने टाइम्स स्क्वोयर सबवे स्टेशन पर पाइपबम से विस्फोट कर दिया था, जिसमें वह और तीन अन्य घायल हुये थे.
न्यूयॉर्क सिटी में पुलिस रोधी अभियान के कारण और न्यूयॉर्क स्टेट में कानून में किये गये बदलाव के कारण, जिससे अधिकतर अपराधियों को जमानत के बगैर छोड़ दिया जाता है, हिंसा की घटनायें बढ़ गयी हैं.
सबवे ट्रेन में आये दिन हिंसक घटनायें होती रहती हैं. हाल में ही टाइम्स स्क्वोयर स्टेशन पर एक व्यक्ति चाकू के हमले में जख्मी हो गया. उससे पहले वॉल स्ट्रीट स्टेशन पर भी ऐसी ही घटना हुई थी. गत माह एक महिला ट्रेन कंडक्टर को चाकू मारा गया, जनवरी में एक महिला को ट्रेन के सामने धक्का देकर मार डाला गया और एक व्यक्ति पर हथौड़े से हमला किया गया.
(इनपुट आईएएनएस)