Lucknow: लखनऊ स्थित इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया में शुक्रवार, 17 अक्टूबर को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया, जिसमें आगामी AMP नेशनल NGO कॉन्फ्रेंस 2025 की घोषणा की गई. यह महत्वपूर्ण सम्मेलन 15 और 16 नवंबर 2025 को इसी स्थान पर यानी कि इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया, लखनऊ में आयोजित किया जाएगा.
इस ऐतिहासिक कॉन्फ्रेंस का आयोजन एसोसिएशन ऑफ मुस्लिम प्रोफेशनल्स (AMP) द्वारा इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया के सहयोग से किया जा रहा है.
‘NGO और सामाजिक नेताओं को एक राष्ट्रीय मंच पर एकजुट करने की पहल’
इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया, लखनऊ के अध्यक्ष और सम्मेलन स्वागत समिति के प्रमुख मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि यह पूरे भारत के NGO और सामाजिक नेताओं को एक राष्ट्रीय मंच पर एकजुट करने की एक ऐतिहासिक और अत्यंत आवश्यक पहल है. यह सम्मेलन इस बात पर केंद्रित होगा कि सामाजिक और शैक्षिक विकास को सहयोग और संसाधनों के प्रभावी उपयोग के माध्यम से कैसे तेज किया जा सकता है. इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया को सामाजिक विकास और एकता के माध्यम से राष्ट्र को मजबूत बनाने के उद्देश्य से आयोजित इस कार्यक्रम की मेज़बानी करने पर गर्व है.
‘शिक्षा, आर्थिक विकास और सशक्तिकरण पर ध्यान’
वहीं AMP के अध्यक्ष आमिर इद्रीसी ने इस पहल के पीछे की व्यापक दृष्टि को साझा करते हुए कहा कि इस राष्ट्रीय NGO सम्मेलन के माध्यम से, हमारा लक्ष्य भारत के 130 अल्पसंख्यक बहुल ज़िलों में समावेशी विकास के लिए एक सहयोगात्मक रोडमैप तैयार करना है. AMP पिछले 17 वर्षों से भी अधिक समय से शिक्षा, रोज़गार और सशक्तिकरण के क्षेत्र में लगातार प्रयास कर रहा है. अब हमारा लक्ष्य ज़मीनी स्तर के NGO के साथ साझेदारी करके इन प्रयासों का विस्तार करना है, और सतत शैक्षिक और आर्थिक उत्थान के लिए सामूहिक रणनीतियां बनाना है.
‘NGO, सामाजिक कार्यकर्ताओं और युवा नेताओं को एक साथ जोड़ना’
लखनऊ के पल्स अस्पताल के डायरेक्टर और सम्मेलन आयोजन समिति के प्रमुख डॉ. अब्दुल अहद ने राष्ट्रव्यापी आउटरीच प्रयासों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हमारी टीम इस ऐतिहासिक सम्मेलन के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए गैर-सरकारी संगठनों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और युवा नेताओं के साथ जुड़ने के लिए कई शहरों का दौरा कर रही है. लोगों में उत्साह है और ये बढ़ रहा है. यह एकजुट प्रयास एक मज़बूत और बेहतर जुड़ा हुआ सामाजिक विकास तंत्र बनाने में मदद करेगा.
साथ ही अब्दुल अहद ने सभी गैर-सरकारी संगठनों, स्कूल मालिकों, शिक्षकों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और युवा नेताओं से नेशनल NGO कॉन्फ्रेंस में भाग लेने और शिक्षा, सशक्तिकरण और सामाजिक सुधार के इस सामूहिक आंदोलन का हिस्सा बनने के लिए अपील की है.
उन्होंने आगे कहा कि यह केवल एक सम्मेलन नहीं है. यह उन सभी लोगों के लिए एक ऐलान है जो समाज के विकास में अपना योगदान देना चाहते हैं.
‘भविष्य में बदलाव के लिए विशेष चर्चा’
परवाज़ फ़ाउंडेशन के अध्यक्ष और आयोजन समिति के सदस्य मुज्तबा ख़ान ने विस्तार से बताते हुए कहा कि इस सम्मेलन में शिक्षा सुधार, महिला सशक्तिकरण, आर्थिक विकास, एनजीओ क्षमता निर्माण और सामुदायिक विकास के लिए AMP के 25-वर्षीय रोडमैप पर विचार-विमर्श होगा. इसका उद्देश्य प्रभावशाली सामुदायिक सेवा एवं राष्ट्र निर्माण के लिए एक सामूहिक ढांचा तैयार करना है.
बता दें कि आगामी 15 और 16 नवंबर को आयोजित होने वाले इस कांफ्रेंस में विशेषज्ञ पैनल और क्षेत्रीय परामर्श शामिल होंगे, जिसमें देश भर के प्रतिष्ठित विद्वान, नीति निर्माता और एनजीओ प्रतिनिधि एक साथ आएंगे.