मध्य प्रदेश में प्रशिक्षण ले रहे नव-नियुक्त पुलिस कांस्टेबलों को हर शाम हिंदू धर्मग्रंथ भगवद गीता के अध्याय पढ़ने का निर्देश दिया गया है. मध्य प्रदेश पुलिस प्रशिक्षण विंग द्वारा जारी इस धार्मिक आदेश के बाद विवाद खड़ा हो गया है. प्रदेश की विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने बीजेपी सरकार पर पुलिस बल का “कट्टरपंथीकरण और भगवाकरण” करने का प्रयास करने का आरोप लगाया है.
भगवद गीता का पाठ करना जरूरी
एडिशनल पुलिस महानिदेशक (ADGP) राजा बाबू सिंह द्वारा जारी जारी निर्देश में मध्य प्रदेश के सभी आठ पुलिस प्रशिक्षण स्कूलों को कहा गया है कि भर्ती हुए करीब 4,000 नए पुलिस कांस्टेबल रात की ध्यान साधना (मेडिटेशन) सत्र से पहले भगवद गीता का एक अध्याय पढ़ें.
भगवद गीता का पाठ पढ़ते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में नव-नियुक्त पुलिस कांस्टेबलों को एक पंडित भगवद गीता के श्लोकों का पाठ करवा रहा है. इस दौरान पुलिस जवान हल्के नीले रंग की शर्ट और गहरे रंग की पैंट में नजर आ रहे हैं.
The saffronisation (भगवाकरण) of Madhya Pradesh police.
These young recruits have a mandatory training which involves recitation of Hindu verses…. Although had it been that they are trained to practice all the religions it wouldn’t have been a problem.
Now imagine a hardcore… pic.twitter.com/rZ27N4yyse
— Vishnukant Tiwari (@vishnukant_7) November 7, 2025
एडिशनल पुलिस महानिदेशक ने क्या कहा?
एडिशनल पुलिस महानिदेशक (प्रशिक्षण) राजा बाबू सिंह ने विवाद खड़ा होने के बाद इस पहल का बचाव करते हुए कहा कि इसका उद्देश्य ट्रेनिंग ले रहे कांस्टेबलों को सदाचारी और अनुशासित जीवन जीने के लिए प्रेरित करना है.
राजा बाबू सिंह ने द न्यू इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा कि इससे नए भर्ती हुए लोगों को बुद्धि लब्धि (IQ) और भावनात्मक लब्धि (EQ) के बीच संतुलन बनाने में मदद मिलेगी. ऐसे समय में जब भोपाल में एक युवा छात्र की ड्यूटी पर तैनात कांस्टेबलों द्वारा हत्या कर दी गई है, भगवद गीता के अध्यायों को पढ़ने से निश्चित रूप से नए भर्ती हुए लोगों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा.“
कांग्रेस ने भगवाकरण करने का प्रयास बताया
कांग्रेस ने इस निर्देश की आलोचना करते हुए इसे “पुलिस का भगवाकरण करने का एक असंवैधानिक प्रयास” बताया. कांग्रेस प्रवक्ता भूपेंद्र गुप्ता ने कहा कि हर व्यक्ति को अपने धर्म का पालन करने का अधिकार होना चाहिए. पुलिस बल को कट्टरपंथी बनाने की कोशिश मध्य प्रदेश से शुरू हो रही है.
भूपेंद्र गुप्ता ने आगे कहा कि यह निर्देश संवैधानिक व्यवस्था के खिलाफ एक प्रयास है और इसके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए.

