कोलंबो: श्रीलंका में आजादी के बाद से अब तक के सबसे बड़े आर्थिक संकट के बीच प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उनके इस्तीफे का पत्र स्वास्थ्य मंत्री प्रोफेसर चन्ना जयासुमना ने राष्ट्रपति को सौंप दिया है. लंबी जद्दोजहद के बाद उन्होंने यह इस्तीफा दिया है, जबकि कई बार उनके भाई और राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे उनसे पद छोड़ने को कह चुके हैं.
हिंदुस्तान खबर के अनुसार, राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने श्रीलंका के आर्थिक हालात को लेकर हुई बैठक में उनसे अपना पद छोड़ने को कहा था. उन्होंने कहा था कि देश में जारी राजनीतिक संकट के बीच उन्हें अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए.
गौरतलब है कि श्रीलंका में आर्थिक हालात इतने खराब हो चुके हैं कि लोग भुखमरी की कगार पर हैं. खाने-पीने की चीजों के दाम आसमान छू रहे हैं. लोग सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर गए हैं. मजदूर और व्यापारिक संगठनों ने सरकार के खिलाफ हड़ताल कर दी है. पिछले हफ्ते छात्रों ने सरकार के खिलाफ श्रीलंका की संसद में घुसने की कोशिश की थी.
इन्हें रोकने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले और पानी की बौछार करनी पड़ी थी. लोगों में सरकार के खिलाफ जबर्रदस्त गुस्सा और आक्रोश है. लोग प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति दोनों के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं.
दूसरी तरफ श्रीलंका सरकार के सभी मंत्री अपने पद से इस्तीफा दे चुके हैं. सरकार ने विपक्षी नेताओं से अपील की थी कि वो मंत्री बनकर सरकार चलाने में मदद करें लेकिन विपक्ष ने भी हाथ खड़े कर लिए थे.