Mamata Banarjee Vs Himanta Biswa Sarma: असम में पिछले कुछ समय से बंगाली भाषी मुसलमानों के घरों को अवैध बताते हुए तोड़ा जा रहा है. असम की बीजेपी सरकार अतिक्रमण हटाने का नाम पर हजारों मुसलमानों को बेघर कर चुकी है. बीते दिनों बुलडोजर कार्रवाई का विरोध कर रहे मसलमानों पर पुलिस ने फायरिंग कर दी, जिसमें दो मुस्लिम युवकों की मौत हो गई, बकि कई लोग कई लोग घायल हो गए हैं. लगातार मुसलमानों को परेशान किए जा रहे घटान पर पश्चिम बंगाल की मख्यमंत्री ममता बनर्जी ने असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा पर जमकर हमला बोला है.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ट्वीट करते हुए कहा कि देश में दूसरी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा, बांग्ला, असम की भी दूसरी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा है.
‘यह असंवैधानिक है’
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी भाषाओं और धर्मों का सम्मान करते हुए, अमन और शांति से एक साथ रहने वाले लोगों और अपनी मातृभाषा को बनाए रखने के लिए उत्पीड़ित करना असंवैधानिक है.
‘बीजेपी का यह विभाजनकारी एजेंडा’
ममता बनर्जी ने आगे कहा कि असम में बीजेपी का यह विभाजनकारी एजेंडा सारी हदें पार कर चुका है. असम के लोग इसका डटकर मुकाबला करेंगे. उन्होंने इसके साथ ही कहा कि मैं हर उस निडर नागरिक के साथ खड़ी हूं जो अपनी भाषा और पहचान की गरिमा और अपने लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए लड़ रहा है.
The second most spoken language in the country, Bangla, is also the second most spoken language of Assam.
To threaten citizens, who want to coexist peacefully respecting all languages and religions, with persecution for upholding their own mother tongue is discriminatory and…
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) July 19, 2025
हिमंता बिस्वा सरमा ने क्या कहा?
ममता बनर्जी के बयान पर असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि असम में हम अपने ही लोगों से नहीं लड़ रहे हैं. हम सीमा पार से जारी, अनियंत्रित मुस्लिम घुसपैठ का विरोध कर रहे हैं. इन्होंने यहां जनसांख्यिकीय बदलाव ला दिया है. उन्होंने यह भी कहा कि कई जिलों में, हिंदू अब अपनी ही जमीन पर अल्पसंख्यक बनने के कगार पर हैं.