मणिपुर/जिरीबाम: मणिपुर पिछले दो सालों से हिंसा की आग में जल रहा है. इस बीच बड़ी खबर सामने आई है. सीआरपीएफ (CRPF) के अधिकारियों ने बताया है कि मणिपुर के जिरीबाम जिले में सुरक्षा बलों और कुकी उग्रवादियों के बीच भीषण गोलीबारी हुई है. जिसमें कम से कम 11 संदिग्ध कुकी उग्रवादी मारे गए हैं. जबकि दो जवान जख्मी भी हुए हैं.
अधिकारियों ने बताया कि पांच नागरिक अभी भी लापता हैं. उन्होंने बताया कि यह स्पष्ट नहीं है कि उन्हें पीछे हट रहे आतंकवादियों ने अगवा किया था या वे हमले के बाद छिपे हुए थे. उन्होंने बताया कि मारे गए लोगों के शवों को बोरोबेकरा पुलिस थाने लाया गया. उन्होंने बताया कि घायल हुए दो सीआरपीएफ जवानों में से एक की हालत गंभीर बताई जा रही है. वहीं, समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, मणिपुर के जिरीबाम में जिला प्रशासन ने कर्फ्यू लगा दिया है.
सीआरपीएफ के एक अधिकारी ने बताया कि असम की सीमा से लगे जिले में संदिग्ध कुकी उग्रवादियों के हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के कुछ जवान भी घायल हुए हैं. सूत्रों ने बताया कि मुठभेड़ तब शुरू हुई जब संदिग्ध कुकी उग्रवादियों ने जिरीबाम में एक पुलिस स्टेशन पर दो तरफ से बड़े पैमाने पर हमला किया. पुलिस स्टेशन के बगल में आंतरिक रूप से विस्थापित लोगों के लिए एक राहत शिविर भी है.
सुरक्षा बलों के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि हमलावरों ने शिविर को भी निशाना बनाने की कोशिश की होगी. जिरीबाम के बोरोबेक्रा में स्थित इस पुलिस स्टेशन को हाल के महीनों में कई बार निशाना बनाया गया था. पुलिस स्टेशन पर हमला करने के बाद संदिग्ध कुकी उग्रवादी पुलिस स्टेशन से एक किलोमीटर दूर जकुराडोर करोंग में एक छोटी सी बस्ती की ओर फैल गए और घरों में आग लगाना शुरू कर दिया. साथ ही उन्होंने सुरक्षा बलों के साथ गोलीबारी भी की. पिछले हफ़्ते से जिरीबाम में तनाव बहुत ज़्यादा है, जब हिंसा का एक नया दौर शुरू हुआ.
पिछले गुरुवार को हमार जनजाति की एक महिला को संदिग्ध मैतेई विद्रोहियों ने मार डाला, जिन्होंने जिरीबाम में घरों को भी आग लगा दी. पुलिस मामले में उसके पति ने आरोप लगाया कि उसे ज़िंदा जलाने से पहले उसके साथ बलात्कार किया गया था. वहीं, एक दिन बाद, घाटी के प्रमुख मैतेई समुदाय की एक महिला को संदिग्ध कुकी विद्रोहियों ने उस समय गोली मार दी, जब वह धान के खेत में काम कर रही थी.
कल सुबह संदिग्ध कुकी विद्रोहियों ने इंफाल पूर्वी जिले में पहाड़ियों से गोलीबारी की, जिसमें एक किसान घायल हो गया. अधिकारियों ने कहा कि धान की कटाई के मौसम के दौरान हुए हमलों ने चिंता बढ़ा दी है क्योंकि किसान अपने खेतों में जाने से कतराने लगे हैं.
पिछले एक साल से मणिपुर का जिरीबाम जिला हिंसा का केंद्र बना हुआ है. राज्य में लगातार कुकी और मैतेई समुदायों के बीच हिंसा की घटनाएं सामने आ रही हैं. अदालत ने राज्य सरकार को आदेश दिया था कि वे कुकी समुदाय को मिल रहे सरकारी लाभ और कोटे को मैतेई समुदाय तक बढ़ाने पर विचार करे. जिरीबाम-इंफाल हाईवे और रेलवे लाइन की अहमियत के कारण ये क्षेत्र वर्चस्व की लड़ाई का शिकार है क्योंकि यहां से ही इंफाल को सभी आवश्यक वस्तुएं पहुंचती हैं. इस विवाद का असर सीधे तौर पर वहां रहने वाले दोनों समुदायों पर पड़ा है जो इसे अपने प्रभाव में बनाए रखना चाहते हैं.