मौलाना आजाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय में बंटवारे की भयावहता पर फिल्म महोत्सव का आयोजन

हैदराबाद: विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के तहत आयोजित किए जा रहे कार्यक्रमों की एक श्रृंखला के हिस्से के रूप में, मौलाना आजाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय, हैदराबाद में संस्कृति मंत्रालय और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र द्वारा दो दिवसीय फिल्म समारोह का आयोजन किया गया है।

इस फिल्म महोत्सव में भारत का विभाजन विषय पर आधारित फिल्में दिखाई जा रही हैं।

अपने टेलीविजन महाकाव्य चाणक्य के लिए प्रसिद्ध फिल्म निर्माता और पटकथा लेखक चंद्रप्रकाश द्विवेदी ने कहा कि विभाजन के विषय पर बनी फिल्में प्रतिक्रिया देती हैं लेकिन यह उस दिशा में एक निरंतर प्रयास होना चाहिए।

इस कार्यक्रम में प्रदर्शित फिल्मों में से एक पिंजर थी, जिसे उनके द्वारा निर्देशित किया गया था।

उन्होंने कहा कि पिंजर के माध्यम से वह उन मुद्दों को सामने लाना चाहते हैं जो विभाजन के दौरान महिलाओं के सामने आए थे।

उन्होंने आगे कहा, इतिहास मानव सभ्यता की तीसरी आंख है और हमें भविष्य में विभाजन के रूप में किसी भी त्रासदी से बचने के लिए इसे देखने में सक्षम होना चाहिए।

इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के मीडिया नियंत्रक अनुराग पुनेथा ने कहा, विभाजन विषयों पर आधारित दर्जनों लघु और वृत्तचित्र फिल्मों को समारोह में प्रदर्शित किया जाएगा। इनमें से तीन सर्वश्रेष्ठ फिल्मों को क्रमश: तीन, दो और एक लाख रुपये का पुरस्कार दिया गया। साथ ही कुछ फिल्मों को सांत्वना पुरस्कार दिए गए। कार्यक्रम में शामिल डाक्यूमेंट्री और लघु फिल्मों के अलावा दर्शकों ने बॉलीवुड की ब्लॉक बस्टर फिल्मों पिंजर और गदर: एक प्रेम कथा का भी लुत्फ उठाया।

भारत के विभाजन पर कार्यक्रमों की श्रृंखला के तहत, केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र ने अब तक दिल्ली, कोलकाता और हैदराबाद में स्क्रीनिंग का आयोजन किया है। वे 4-5 सितंबर अमृतसर में विभाजन पर केंद्रित फिल्मों की स्क्रीनिंग का आयोजन करेंगे।

—आईएएनएस

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