पहली मुस्लिम महिला फाइटर पायलट बनेगी यूपी की सानिया मिर्जा, टीवी मकैनिक की बेटी ने रचा इतिहास

मिर्ज़ापुर/यूपी: हौसला जब ऊंची उड़ान भरने का हो तो मंजिल कितनी भी ऊंचाई पर हो, इसकी परवाह नहीं होती है। कुछ ऐसा ही कारनामा मिर्ज़ापुर की सानिया मिर्जा ने करके दिखाया है। सानिया मिर्जा (Sania Mirza) ने अपने सपनों में पंख लगाकर उड़ान भरी है। यह उड़ान ऐसी है जो दूसरी लड़कियों के लिए प्रेरणा स्रोत बनेगी।

मिर्ज़ापुर जिले के जसोवर की रहने वाले टीवी मैकेनिक की बेटी सानिया मिर्जा ने NDA की परीक्षा पास की है। भारतीय वायुसेना में पहली मुस्लिम लड़की है, जिसका चयन फाइटर पायलट (Indias First Muslim Women Pilot) के तौर पर हुआ है।

पहली मुस्लिम फाइटर पायलट जो उड़ाएगी सेना की विमान
नवभारत टाइम्स की खबर के अनुसार, मिर्ज़ापुर जिले के देहात कोतवाली क्षेत्र के जसोवर के रहने वाले टीवी मकैनिक शाहिद अली की बेटी सानिया मिर्जा ने एनडीए की परीक्षा क्वालीफाई की है। जसोवर की रहने वाली सानिया मिर्जा ने देश का नाम रोशन किया है। सानिया मिर्जा पहली मुस्लिम फाइटर पायलट बनेंगी, जिसका चयन किया गया है।

सानिया मिर्जा ने प्राइमरी से लेकर 10 तक की पढ़ाई गांव के पंडित चिंतामणि दूबे इंटर कॉलेज से पूरी की। इसके बाद 12 की पढ़ाई गुरुनानक इंटर कॉलेज से की, जहां पर जिला टॉप किया। 12वीं पास करने के बाद सेंचुरियन डिफेंस एकेडमी से तैयारी किया, जहां सानिया मिर्जा ने यह मुकाम हासिल करके जिले का ही नहीं बल्कि देश का नाम रोशन किया है। सानिया मिर्जा की जॉइनिंग लेटर आने के बाद परिवार के लोग खुश हैं। 27 दिसंबर को सानिया को एनडीए खड़गवासला पुणे में जाकर जॉइन करना है।

बनना चाहती थीं इजीनियर… यूं बदली राह
एनडीए की परीक्षा क्वालीफाई करने के बाद सानिया मिर्जा ने कहा प्रारंभिक पढ़ाई हिंदी मीडियम से हुई है। बचपन में मेरा सपना इंजीनियर बनने का था, लेकिन बाद में हमने अवनी चतुर्वेदी को देखा और उससे प्रेरित होने के बाद एनडीए की तैयारी शुरू की। जहां दूसरी बार में इस परीक्षा को पास किया है। मेरे प्रेरणास्रोत मेरे मां और पिता है, जिन्होंने मेरा हर वक्त साथ दिया।

‘शादी से अच्छा लड़कियों के सपनें पूरा करने में खर्च करें पैसा’
सानिया ने कहा कि आज की लड़कियों के लिए मैं यही कहना चाहूंगी कि जो मां बाप सोचते हैं कि ढेर सारा पैसा इक्कठा करके बेटियों की शादी कर दें। इससे अच्छा है कि उन पैसों से बेटियों की पढ़ाई और उसके सपनों को पूरा करने में खर्च किया जाए। मैं बाहर पढ़ाई करती हूं, उसको लेकर समाज में बात कही जाती थी, लेकिन मेरे ऊपर उन बातों का कोई असर नहीं है। क्योंकि समाज मेरी फीस नहीं दे रहा है। मेरे माता-पिता मेरे साथ हैं, परिवार के लोग मेरे साथ हैं यह बहुत है।

पिता ने बेटी की पढ़ाई के लिए दिन रात किए एक
सानिया मिर्जा के पिता शाहिद अली ने कहा कि बिटिया की पढ़ाई के लिए 8 घंटे की बजाय 12 से 14 घंटे तक मेहनत की, जहां पर पैसा इकट्ठा किया। ताकि पैसे की वजह से बिटिया को दिक्कत नहीं हो। आज बिटिया ने ऐसा काम कर दिया है, जिससे हमें गर्व महसूस हो रहा है। सानिया की मां तबस्सुम मिर्जा ने कहा कि बिटिया जब पढ़ने के लिए जाती थी तो रात हो जाने पर काफी टेंशन होती थी। आसपास के लोग भी बहुत कुछ कहा करते थे, लेकिन आज बिटिया ने ऐसा काम किया है, जिसपर हमें गर्व है। हमें भी पढ़ने का मन था, लेकिन हम नहीं पढ़ सके। हमारी बिटिया ने गांव के साथ जिले का भी नाम रोशन किया है।

महिला के लिए आरक्षित की गई थी 19 सीट
नेशनल डिफेंस एकेडमी 2022 की परीक्षा में महिला व पुरूष मिलाकर 400 सीट थी, जिसमें 19 सीट महिलाओं के लिये आरक्षित किया गया था। दो सीट फाइटर पायलट के लिए आरक्षित की गई थी, जिसमें सानिया मिर्जा ने अपना स्थान हासिल किया है। इससे पहले एक बार सानिया ने परीक्षा दी थी, जहां क्वालीफाई नहीं हुई थी। दूसरी बार रिटर्न, इंटरव्यू, सीपीएस मेडिकल फिटनेस क्वालीफाई करके दो सीट में जगह बनाने में कामयाब रही।

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