Zohran Mamdani: भारतीय मूल के अमेरिकी मुस्लिम नेता जोहरान ममदानी (Zohran Mamdani) इस वक्त सोशल मीडिया से लेकर राजनीतिक गलियारों तक हर जगह काफी चर्चा में हैं. इनकी चर्चा की वजह है अमेरिका के डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से मेयर उम्मीदवार बनना और जीत की रेस में आगे होना. इसके साथ ही वह पीएम मोदी को लेकर दिए गए बयानों की वजह से भी चर्चा में हैं. जोहरान ममदानी भारत में भी काफी सुर्खियों में हैं. हालांकि बॉलीवुड एक्ट्रेस और बीजेपी सांसद कंगना रनौत को इनकी चर्चा और तारीफें नागवार गुजरी और वह भड़क गई.
मेयर उम्मीदवार बनने की रेस में आगे निकले जोहरान ममदानी
बता दें कि भारतीय मूल के अमेरिकी मुस्लिम नेता जोहरान ममदानी डेमोक्रेट पार्टी की तरफ से मेयर उम्मीदवार बनने की रेस में आगे निकल गए हैं. ममदानी ने मंगलवार रात न्यूयॉर्क टाउन के मेयर पद के लिए डेमोक्रेटिक प्राइमरी चुनाव में पूर्व गवर्नर एंड्रयू कुओमो को हराकर बढ़त बना ली है. मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, जोहरान का डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से मेयर उम्मीदवार बनना लगभग तय है. इसी बीच कंगना रनौत ने बयान दिया है.
‘वह भारतीय से ज्यादा पाकिस्तानी लगता है’
कंगना रनौत ने तंज करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि जोहरान की मां मीरा नायर भारत की मशहूर फिल्म निर्माता हैं, पद्मश्री से सम्मानित, भारत में जन्मीं और पली-बढ़ीं, अब न्यूयॉर्क में रहती हैं. उन्होंने गुजराती मूल का प्रसिद्ध लेखक महमूद ममदानी से शादी की, लेकिन उनका बेटा जोहरान ममदानी है, वह भारतीय से ज्यादा पाकिस्तानी लगता है.
His mother is Mira Nair, one of our best filmmakers, Padmashri , a beloved and celebrated daughter born and raised in great Bharat based in Newyork, she married Mehmood Mamdani ( Gujarati origin) a celebrated author, and obviously son is named Zohran, he sounds more Pakistani… https://t.co/U8nw7kiIyj
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) June 26, 2025
पीएम मोदी को लेकर दिया था बयान
बता दें कि एक इंटरव्यू के दौरान अमेरिकी मुस्लिम नेता जोहरान ममदानी ने पीएम मोदी पर किए सवाल पर पीएम मोदी की तुलना वॉर क्रिमिनल नेतन्याहू से की थी. इसके साथ उन्होंने पीएम मोदी पर गुजरात दंगा के दौरान मुसलमानों के खिलाफ हिंसा का आरोप लगाया था.
साल 2020 में लड़ा पहला चुनाव
साल 2018 में अमेरिका की नागरिकता पाने वाले जोहरान ममदानी ने क्वींस और ब्रुकलिन में डेमोक्रेटिक उम्मीदवारों के लिए काम करके राजनीति सीखी. नागरिकता मिलने के दो साल बाद 2020 में वे पहली बार न्यूयॉर्क स्टेट असेंबली के चुनाव में क्वींस के एस्टोरिया से जीते.