Raza E Mustafa Majid Demolition, Sambhal: उत्तर प्रदेश में लगातार मस्जिदों और मदरसों को अवैध बताते हुए कार्रवाई की जा रही है. इसी सिलसिले में बीते दिनों 24 जून को संभल में राजा-ए मुस्तफा मस्जिद को गिरा दिया गया. वहीं इसके साथ ही 34 मकानों पर भी प्रशासन ने बुलडोजर चला दिया. उत्तर प्रदेश के बीजेपी सरकार की इस कार्रवाई के बाद राजनीतिक सरगरमी तेज हो गई गई है. मस्जिद और निजी मकानों पर बुलडोजर चलाए जाने पर संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद जिया उर रहमान बर्क (Zia ur Rahman Barq) ने बीजेपी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
‘बुलडोजर इंसाफ के लिए नहीं, बल्कि एक खास वर्ग को डराने के लिए’
सांसद जिया उर रहमान बर्क ने कहा कि मैं पहले से कहता आया हूं कि बुलडोजर का इस्तेमाल इंसाफ के लिए नहीं, बल्कि एक खास वर्ग को डराने और कुचलने की साजिश के लिये किया जाता है. यह सिलसिला अब मुसलमानों की मस्जिदों, दुकानों और घरों तक पहुंच चुका है.
‘क्या पुलिस प्रशासन में इतनी हिम्मत है?’
जिया उर रहमान बर्क ने आगे कहा कि रज़ा-ए-मुस्तफा मस्जिद को प्रशासन ने अवैध निर्माण बताते हुए शहीद कर दिया. सांसद बर्क ने कहा कि सवाल ये है कि क्या इस देश में हजारों नहीं, लाखों की तादाद में धार्मिक स्थल ऐसे होंगे जो बिना नक्शे के बने हैं या नगर पालिका या ग्राम पंचायत की जमीन पर बने हैं. उन्होंने कहा कि क्या पुलिस प्रशासन में इतनी हिम्मत है कि सबको हटवा सके?
‘कानून सबके लिए बराबर होना चाहिए’
सपा सासंद ने कहा कि कानून सबके लिए बराबर होना चाहिए. एक तरफ संरक्षण दिया जाता है और दूसरी तरफ मस्जिदों को शहीद किया जाता है. उन्होंने यह भी कहा कि मस्जिद के साथ- साथ किसी भी धर्म के धार्मिक स्थल को सियासत में डालकर नहीं तोड़ना चाहिए.
‘सरकारें खुद ही जज बनेगी, तो फिर अदालतों की क्या जरूरत’
उन्होंने सरकार के रवैये पर सवाल उठाते हुए कहा कि बुलडोजर की यह सियासत संविधान और न्यायपालिका दोनों का अपमान है. अगर इसी तरह अफसरशाही और सरकारें खुद ही जज बनकर फैसले सुनाएंगी, तो फिर अदालतों की क्या जरूरत रह जाएगी?
‘मस्जिद नहीं गिरी बल्कि यह हमारे हूकुक चोट है’
सासंद बर्क ने कहा कि यह सिर्फ एक मस्जिद नहीं गिरी बल्कि यह हमारे हूकुक, हमारी आस्था और हमारे संविधान की आत्मा पर चोट है. हम इस अन्याय के खिलाफ और लोकतंत्र और इंसाफ की हिफाजत के लिए आवाज उठाते रहेंगे.
मस्जिद और मकानों को दिया गया था नोटिस
बता दें कि उत्तर प्रदेश के संभल के चंदौसी क्षेत्र में रज़ा-ए-मुस्तफा मस्जिद समेत 34 निजी मकानों को अवैध बताते हुए नोटिस जारी किया गया था, जहां 20 दिनों की मोहलत दी गई थी. जैसे ही यह मोहलत खत्म हुई संभल SDM विनय कुमार मिश्रा और CO अनुज चौधरी के मौजूदगी में मुस्तफा मस्जिद को धवस्त कर दिया गया.