Homeदेशअखिलेश बोले, अग्निपथ योजना युवाओं के भविष्य की रक्षा के लिए घातक

अखिलेश बोले, अग्निपथ योजना युवाओं के भविष्य की रक्षा के लिए घातक

लखनऊ: अग्निपथ योजना को लेकर मायावती के बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने केन्द्र सरकार पर निशाना साधा और कहा कि अग्निपथ योजना युवाओं के भविष्य की रक्षा के लिए घातक साबित होगी.

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने गुरूवार को ट्वीट के माध्यम से लिखा कि सुरक्षा कोई अल्पकालिक या अनौपचारिक विषय नहीं है, ये अति गंभीर व दीर्घकालिक नीति की अपेक्षा करती है. सैन्य भर्ती को लेकर जो खानापूर्ति करने वाला लापरवाह रवैया अपनाया जा रहा है, वो देश और देश के युवाओं के भविष्य की रक्षा के लिए घातक साबित होगा. अग्निपथ से पथ पर अग्नि न हो.

वहीं बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष मायावती ने गुरुवार को सैनिकों की भर्ती की नई अग्निपथ योजना को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए इसे ग्रामीण युवाओं के प्रति अनुचित करार दिया.

उन्होंने आगे कहा, उनका मानना है कि सेना और सरकारी नौकरियों में पेंशन लाभ को खत्म करने के लिए सरकार सैनिकों के कार्यकाल को चार साल तक सीमित कर रही है, जो ग्रामीण युवाओं और उनके परिवारों के भविष्य के लिए बेहद अनुचित और हानिकारक है.

हिंदी में ट्वीट्स की एक श्रृंखला में, बसपा अध्यक्ष ने कहा कि, भर्ती के नए कदम से पहले से ही महंगाई और गरीबी से जूझ रहे लोगों की परेशानी और बढ़ेगी.

देश में लोग पहले से ही बढ़ती गरीबी, महंगाई, बेरोजगारी, गलत नीतियों और सरकार की अहंकारी कार्यशैली से पीड़ित हैं. ऐसे में सेना में नई भर्ती प्रणाली को लेकर युवाओं में फैली बेचैनी चिंता का कारण बन रही है.

मायावती ने कहा, सरकार को तुरंत अपने फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए, यह बसपा की मांग है.

ज्ञात हो कि थलसेना, नौसेना और वायुसेना में सैनिकों की भर्ती संबंधी अग्निपथ योजना की घोषणा की थी, जिसके तहत सैनिकों की भर्ती चार वर्ष की संक्षिप्त अवधि के लिए संविदा आधार पर की जाएगी.

इस योजना के तहत तीनों सेनाओं में इस वर्ष करीब 46,000 सैनिक भर्ती किए जाएंगे. चयन के लिए पात्रता आयु साढ़े 17 वर्ष से 21 वर्ष के बीच होगी और इनको अग्निवीर नाम दिया जाएगा.

चार साल की नौकरी के बाद युवाओं को 11.7 लाख रुपए की सेवा निधि दी जाएगी. इस पर कोई टैक्स नहीं लगेगा. अग्निवीरों की भर्ती पूरे देश में आयोजित की जाएगी. मेरिट में आए युवाओं को इसमें चुना जाएगा. मेरिट के आधार पर और सेना की जरूरत के हिसाब से सेना 25 फीसद अग्निवीरों को रेगुलर कैडर में समायोजित कर सकती है.

(आईएएनएस से इनपुट के साथ)

spot_img
1,716FansLike
6,134FollowersFollow
118FollowersFollow
15,500SubscribersSubscribe