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अग्निपथ योजना का बिहार, उत्तर प्रदेश और दिल्ली समेत देश के कई शहरों में विरोध, प्रदर्शनकारियों ने कई ट्रेनों में लगाई आग, जमकर तोड़फोड़

केंद्र सरकार द्वारा सेना में जवानों के लिए शुरू की गई अग्निपथ योजना को लेकर बिहार से भड़की आंदोलन की चिंगारी का असर अब पूरे देश में फ़ैल गया है. लोग सड़कों पर उतर आये हैं और अग्निपथ योजना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर इस योजना को वापस लेने की मांग कर रहे हैं.

बिहार: बिहार के बक्सर, छपरा और जहानाबाद सहित कई जिलों में छात्र इस योजना के विरोध में दूसरे दिन भी रेलवे ट्रैक और सड़कों पर उतरे और जमकर हंगामा किया. छपरा रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शनकारियों ने ट्रेन में आग लगा दी जबकि आरा रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शनकारियों ने जमकर पत्थरबाजी की.

सेना में भर्ती के लिए लाई गई अग्निपथ योजना के विरोध में बिहार के जहानाबाद, बक्सर में छात्रों ने बवाल किया है. वहां छात्रों ने सड़कों को जाम किया और आगजनी की.

जहानाबाद में छात्र रेलवे स्टेशन पर पहुंचे और रेल पटरी पर प्रदर्शन किए, लेकिन पुलिस ने छात्रों को खदेड़ दिया. नवादा, आरा, अरवल में भी छात्र सड़कों पर उतरे और केंद्र सरकार के विरोध में नारे लगाते हुए उग्र प्रदर्शन किया. नवादा में प्रदर्शनकारी छात्रों ने कई वाहनों को भी निशाना बनाया.

इसके अलावा प्रदर्शनकारी छात्रों ने गोपालगंज के सिधवलिया रेलवे स्टेशन पर गोरखपुर-पाटलिपुत्र एक्सप्रेस ट्रेन में आग लगा दी. ट्रेन की कई बोगियां धू धू कर जलने लगी. रेलवे स्टेशन पर अफरातफरी मच गई और ट्रेन में सवार यात्रियों ने भाग कर किसी तरह से अपनी जान बचाई.

केंद्र की अग्निपथ योजना का विरोध कर रही गुस्साई भीड़ ने गुरुवार को बिहार के नवादा में भाजपा विधायक अरुणा देवी की कार पर और छपरा में भाजपा विधायक सी.एन. गुप्ता के आवास-सह पैथ लैब पर हमला किया. हमले में अरुणा देवी बाल-बाल बचीं. प्रदर्शनकारी सशस्त्र बलों में महज चार साल के लिए भर्ती का विरोध कर रहे हैं.

प्रदर्शनकारियों ने गुप्ता के घर पर पथराव किया और उनकी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया. कुछ युवक हाथ में राष्ट्रीय ध्वज लिए हुए उनकी इमारत की पहली मंजिल पर भी चढ़ गए. उनमें से एक दूसरी मंजिल पर चढ़ गया और वहां लगा भाजपा का झंडा उखाड़ दिया.

उत्तर प्रदेश: इसके अलावा, उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर समेत दूसरे शहरों में भी इस अग्निपथ योजना का विरोध किया गया और सड़क पर उतर कर छात्रों ने विरोधकर अपनी नाराज़गी जताई. छात्रों ने इस योजना को वापस लेने की मांग की और कहा कि भारत सरकार के फैसले से हम शर्मिंदा हैं.

मध्य प्रदेश: मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में गुरुवार को बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुआ. 1000 से अधिक युवाओं ने सार्वजनिक और निजी संपत्तियों में तोड़फोड़ की, जिससे रेलवे स्टेशनों और सड़कों पर लोगों में दहशत फैल गई.

दोपहर करीब 12.30 बजे गोले का मंदिर नामक स्थान से शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन शहर के कई हिस्सों में पहुंचा. प्रदर्शनकारी शहर में ढाई घंटे से अधिक समय तक तबाही मचाते रहे. उन्होंने दो रेलवे स्टेशनों पर भी तोड़फोड़ की.

उग्र भीड़ ने केंद्र की अग्निपथ भर्ती योजना के विरोध में शहर में कई स्थानों पर सार्वजनिक और निजी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया. सड़कों और रेलवे स्टेशनों पर लोगों को हिंसा से बचने के लिए आश्रय ढूंढना पड़ा.

प्रदर्शनकारियों ने न केवल सड़कों पर वाहनों को नुकसान पहुंचाया, बल्कि ग्वालियर रेलवे स्टेशन में घुसकर एक खड़ी ट्रेन को भी क्षतिग्रस्त कर दिया. प्रदर्शनकारियों ने लकड़ी के लट्ठों, पेड़ों की टहनियों और अन्य रेलवे संपत्तियों को पटरियों पर रखकर कम से कम 6-7 ट्रेनों की आवाजाही रोक दी.

हरियाणा: हरियाणा के पलवल शहर में पुलिस ने गुरुवार को सैकड़ों हिंसक प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए हवा में गोलियां चलाईं, ताकि रक्षा सेवाओं में भर्ती के लिए अग्निपथ योजना के खिलाफ प्रदर्शन को रोका जा सके.

पांच पुलिस वाहनों को आग लगा दी गई, पथराव में कई रोडवेज बसों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया और राष्ट्रीय राजमार्ग 19 को अवरुद्ध कर दिया गया.

यहां तक कि प्रदर्शनकारियों ने उपायुक्त के घर और कार्यालय पर पथराव भी किया. भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे.

विरोध के बीच, स्थानीय अधिकारियों ने अगले 24 घंटों के लिए इंटरनेट और एसएमएस सेवाओं को निलंबित कर दिया. इसके अलावा धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू की.

नई दिल्ली: लोगों के एक समूह ने गुरुवार को रेलवे भर्ती परीक्षा में देरी और नई शुरू की गई अग्निपथ योजना का विरोध किया और बाद में इन्होंने राष्ट्रीय राजधानी में एक ट्रेन को रोक दिया. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी.

पुलिस उपायुक्त (बाहरी जिला) समीर शर्मा ने कहा, लगभग 15-20 लोग रेलवे स्टेशन नांगलोई पर एकत्र हुए और रेलवे भर्ती परीक्षाओं में देरी और हाल ही में शुरू की गई अग्निपथ योजना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया.

इसके बाद नांगलोई थाना के थाना प्रभारी तुरंत मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारी से शांतिपूर्वक रेलवे ट्रैक खाली करने का अनुरोध किया.

डीसीपी शर्मा ने कहा, उनकी बात को शांति से सुना गया, जिसमें उन्होंने कहा कि उन्होंने 2-3 साल पहले कुछ सरकारी परीक्षा के लिए फॉर्म भरा था, लेकिन भर्ती के लिए परीक्षाएं अभी तक आयोजित नहीं की गई हैं, और वे अब अधिक उम्र के हो गए हैं.

हालांकि, पुलिस प्रदर्शनकारियों को शांत करने में सफल रही और भीड़ को तितर-बितर कर दिया गया. शर्मा ने कहा, स्थिति अब नियंत्रण में है और सभी छात्र रेलवे ट्रैक से हट गए हैं.

इसके अलावा भी राजस्थान, जम्मू कश्मीर समेत देश के अलग अलग हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हुए और इस अग्निपथ योजना को वापस लेने की मांग की गई.

बता दें की थलसेना, नौसेना और वायुसेना में सैनिकों की भर्ती संबंधी अग्निपथ योजना की घोषणा की थी, जिसके तहत सैनिकों की भर्ती चार वर्ष की संक्षिप्त अवधि के लिए संविदा आधार पर की जाएगी.

इस योजना के तहत तीनों सेनाओं में इस वर्ष करीब 46,000 सैनिक भर्ती किए जाएंगे. चयन के लिए पात्रता आयु साढ़े 17 वर्ष से 21 वर्ष के बीच होगी और इनको अग्निवीर नाम दिया जाएगा.

चार साल की नौकरी के बाद युवाओं को 11.7 लाख रुपए की सेवा निधि दी जाएगी. इस पर कोई टैक्स नहीं लगेगा. अग्निवीरों की भर्ती पूरे देश में आयोजित की जाएगी. मेरिट में आए युवाओं को इसमें चुना जाएगा. मेरिट के आधार पर और सेना की जरूरत के हिसाब से सेना 25 फीसद अग्निवीरों को रेगुलर कैडर में समायोजित कर सकती है.

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