Assam Waqf Protest: वक़्फ़ सांसोधन कानून के खिलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शन देखा जा रहा है. दिल्ली, पश्चिम बंगाल लेकर बिहार तक मुस्लिम समुदाय, तंजीमें और विपक्षी राजनीतिक पार्टियां प्रदर्शन कर रही है. इसी बीच असम में वक़्फ़ सांसोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
क्या है पूरा मामला?
गौरतलब है कि वक़्फ़ संशोधन कानून 2025 के खिलाफ देशभर के मुसलमानों में नाराजगी देखी जा रही है. जहां वे वक़्फ़ संशोधन कानून के वापस लेने की मांग कर रहे है. इसी सिलसिले में असम के कछार जिले के सिलचर शहर में प्रदर्शन किया गया. जहां प्रदर्शन के दौरान कथित तौर पर पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच में झड़प हुई.
इसके बाद स्थानीय प्रशासन मामला दर्ज कर 7 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, स्थानीय अदालत ने सात आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने दी चेतावनी
Waqf क़ानून एक सच्चाई है।
जिसे इसका विरोध करना है, उसे सर्वोच्च न्यायालय जाने की पूरी आजादी है। लेकिन असम में Waqf के नाम पर न तो पत्थरबाज़ी होगी और न ही कोई हिंसा बर्दाश्त की जाएगी। जो इसका विरोध कर रहे हैं, वे यह बात भली भांति याद रखें। pic.twitter.com/b92rNNCPNC
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) April 16, 2025
इस घटना के बाद असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि वक़्फ़ क़ानून एक सच्चाई है. जिसे इसका विरोध करना है, उसे सर्वोच्च न्यायालय जाने की पूरी आजादी है. लेकिन असम में वक़्फ़ के नाम पर न तो पत्थरबाजी होगी और न ही कोई हिंसा बर्दाश्त की जाएगी. जो इसका विरोध कर रहे हैं, वे यह बात भली भांति याद रखें.
‘वक़्फ़ संशोधन कानून के खिलाफ बिना इजाजत के कर रहे थे प्रोटेस्ट’
वहीं मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, असम में कछार जिला के एसपी नुमाल महत्ता ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि सिलचर शहर में वक़्फ़ संशोधन कानून के खिलाफ बिना इजाजत लिए प्रोटेस्ट किया गया. उन्होंने प्रदर्शनकारियों पर इल्जाम लगाया कि उन लोगों ने पुलिस पर पथराव किया, जिसके जवाब में पुलिस ने भी हल्का बल का प्रयोग किया था.