अब्दुल्ला आजम की रिहाई की खबर मिलने के बाद मंगलवार की सुबह आठ बजे से ही उनके सैकड़ों समर्थक जेल के बाहर पहुंच गए थे. सैकड़ों समर्थकों के अलावा आजम खां के खास यूसुफ मलिक और समाजवादी पार्टी की सांसद रुचि वीरा भी जेल के बाहर पहुंचे थे.
अब्दुल्ला आजम रिहाई प्रक्रिया होने के बाद जेल से बाहर निकले. जहां उन्होंने सैकड़ों समर्थकों का अभिवादन किया और अपनी निजी गाड़ी में बैठकर रामपुर के लिए रवाना हो गए.
17 फरवरी को कोर्ट में पूरी हुई थी बहस
पूर्व सपा विधायक अब्दुल्ला आजम की जमानत याचिका पर 17 फरवरी को कोर्ट में बहस पूरी हो चुकी थी. शत्रु संपत्ति के रिकॉर्ड में हेराफेरी के एक मामले में 2019 में मुकदमा दर्ज किया गया था.
दरअसल, कस्टोडियन संपत्ति के दुरुपयोग के आरोप में आजम खान और अब्दुल्ला आजम को पुलिस ने क्लीन चिट दी थी. इसके बाद मामला शासन तक पहुंचा था. शासन ने तत्कालीन पुलिस अधीक्षक अशोक शुक्ला के खिलाफ जांच के आदेश दिए थे, साथ ही मामले में दोबारा जांच के निर्देश दिए थे.
कौन हैं अब्दुल्ला आजम और किस मामले में जेल में बंद थे?
बता दें कि अब्दुल्ला आजम समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद, पूर्व मंत्री आजम खान के बेटे हैं. अब्दुल्ला दो जन्म प्रमाण पत्र मामले में पिछले 17 महीने से हरदोई जेल में बंद थे. अब्दुल्ला को 18 अक्टूबर 2023 को अदालत ने सात साल की सजा सुनाई थी. और अब उन्हें सभी मामलों में जमानत मिल चुकी है.