नई दिल्ली: जामिया मिल्लिया इस्लामिया एक बार फिर विवादों में है। विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विवादास्पद बीबीसी डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग की घोषणा के बाद स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) से जुड़े जामिया मिल्लिया इस्लामिया (जेएमआई) के चार छात्रों को हिरासत में लिए जाने का विरोध कर रहे 70 से अधिक छात्रों को बुधवार शाम को हिरासत में लिया गया है।
हालांकि, पुलिस की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। बुधवार को जेएमआई के गेट के पास विश्वविद्यालय में कक्षाएं निलंबित कर दी गईं और रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) सहित पुलिस टीमों को तैनात कर दिया गया।
A screening for a BBC Documentary was to be organised by a group of Jamia Students inside the university today, which was not allowed by the administration of the University: Delhi Police pic.twitter.com/ctOrQKuuv6
— ANI (@ANI) January 25, 2023
डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग शाम 6 बजे निर्धारित की गई थी। हालांकि, विश्वविद्यालय ने मंगलवार को कहा था कि एसएफआई द्वारा स्क्रीनिंग की घोषणा के बाद प्रशासन परिसर में किसी भी अनधिकृत सभा की अनुमति नहीं देगा। यह घटनाक्रम जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) परिसर में भारी ड्रामा के बाद आया, जब छात्रों ने आरोप लगाया कि विवादास्पद डॉक्यूमेंट्री देखने के दौरान उन पर पत्थरों से हमला किया गया।
हालांकि, पुलिस उपायुक्त (दक्षिण-पश्चिम) मनोज सी. ने पथराव की खबरों का खंडन किया। घटना के बारे में पूछे जाने पर डीसीपी ने कहा, मैं दोहराता हूं, अभी तक हमारे पास ऐसी किसी घटना की सूचना नहीं है। अगर हमें जेएनयू के किसी भी वर्ग से शिकायत मिलती है, तो आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
Many student leaders including Fraternity Movement national secretary Lubaib Basheer were taken by Delhi police while protesting against the denial of permission to screen the BBC documentary in Jamia campus.
Protest. pic.twitter.com/yu2gH1c6t7
— Shamseer Ibrahim (@ShamseerIbrahm) January 25, 2023
इस बीच, जेएनयू छात्र संघ (जेएनयूएसयू) के कार्यालय में इंटरनेट सेवा और बिजली कनेक्शन मंगलवार शाम को लगभग तीन घंटे के लिए बंद कर दिया गया, क्योंकि कुछ छात्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बीबीसी डॉक्यूमेंट्री दिखाना चाहते थे। जेएनयू प्रशासन ने पहले छात्रों से डॉक्यूमेंट्री- इंडिया: द मोदी क्वेश्चन की स्क्रीनिंग रद्द करने के लिए कहा था।
The University reiterates that no meeting of students or screening of any film will be allowed in the campus without permission. University is taking all measures to prevent people/orgs having vested interest to destroy peaceful academic atmosphere here: Jamia Millia Islamia pic.twitter.com/zWnkQwVSP1
— ANI (@ANI) January 25, 2023
विश्वविद्यालय प्रशासन ने कड़ी चेतावनी देते हुए छात्रों से कहा कि यदि कोई भी डॉक्यूमेंट्री देखता है तो विश्वविद्यालय के नियमों के अनुसार अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की जा सकती है।
—आईएएनएस

