मैदाने अराफात में पूरे दिन क़याम के बाद हुज्जाजे कराम सूरज ढलते ही मुजदलफा के लिए रवाना हुए. मुजदलफा में हुज्जाज पूरी रात यानि 10 जिलहिज्जा की फज़्र तक क़याम करेंगे.
अरकाने हज (प्रक्रिया) की अदायगी का सिलसिला जारी है. आज, लगभग दस लाख हुज्जाजे कराम ने हज के रुक्न अरफ़ा यानि क़यामे अरफ़ा अदा किया, जहां हुज्जाजे कराम ने एक साथ ज़ुहर और असर की नमाज़ अदा की और यहां हज का खुत्बा (भाषण) भी सुना.
सूर्यास्त होते ही हुज्जाजे कराम मुजदलफा के लिए रवाना हो गए. मग़रिब और ईशा की नमाज़ें वहीं अदा करेंगे. कल 10 जिलहिज्जा की फज़्र तक वहीं क़याम करेंगे.
मुजदलफा में क़याम ज़रूरी है. पैगंबर मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने वहां रात बिताई और फज्र की नमाज वहीं अदा की थी. हुज्जाजे कराम कल ईद-उल-अजहा के दिन शैतान को सांकेतिक तौर पर पत्थर मारेंगे.
गौरतलब है कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के दो साल बाद अब तक दस लाख हुज्जाजे कराम हज करने मक्का पहुंचे हैं. इस वर्ष का हज 65 वर्ष से कम आयु के लोगों के लिए है, जिसमें सऊदी स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा अनुमोदित कोड 19 वैक्सीन की मूल खुराक के साथ टीकाकरण का एक कोर्स पूरा करने की आवश्यकता है.