Haridwar: देशभर में मुसलमानों का परेशान करना और उनकी संपत्तियों, ईबादगाहों को अवैध बताते हुए ध्वस्त करना आम बात हो गई है. हर दिन देश के किसी ना किसी इलाके से मुसलमानों के खिलाफ जुल्म की खबर सामने आ ही जाती है. कहीं या तो किसी मुसलमान को किसी झूठे आरोप में मारा गया या फिर उनकी ईबादतगाहों को अवैध बताते हुए तोड़ दिया गया. इसी बीच उत्तराखंड के हरिद्वार से इसी प्रकार की एक खबर सामने आई है. तो आईए जानते हैं कि पूरा मामला क्या है..
यह लगाया आरोप
मीडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, हरिद्वार के सुमन नगर इलाके में बनी रोशन अली शाह बाबा की मजार को आज यानी कि गुरुवार, 27 मार्च को प्रशासन ने ध्वस्त कर दिया. आरोप है कि मजार जिस जमीन पर बनी थी, वह सिंचाई विभाग की जमीन है.
मजार के केयर टेकर आफताब ने बताया कि यह मजार 10×15 मीटर लंबा और चौड़ा है. आफताब के मुताबिक, वह यहां आकर चिराग पट्टी करते थे, हालांकि यह जमीन सिंचाई विभाग की है. आज जब जिला प्रशासन ने इस मजार को ध्वस्त किया तो किसी ने भी इसके मालिकाना हक को लेकर दावा नहीं किया और कोई वैद्य दस्तावेज भी लेकर सामने नहीं आया.
केयर टेकर आफताब ने मजार की तारीख को लेकर बताया कि उनके वालिद यहां आकर चिराग पट्टी करते थे. इस मजार पर अख्तर हुसैन आजाद ने चिराग पट्टी की है. इसके बाद उनके बेटे इनाम वकील हुसैन आए और चिराग पट्टी करने लगे. यह सिलसिला अब उनके बेटे आफताब के पास है.
आपको बता दें कि पिछले दिनों गुजरात के कई इलाकों में लगातार मुसलमानों के कथित अवैध संपत्तियों और इबादगाहों (दरगाहों) को ढहाया जा रहा था. जहां इस दौरान गुजरात के बेट द्वारका में एक कब्रिस्तान को भी ध्वस्त कर दिया गया था.