Haryana Panipat News: देशभर में मुसलमानों के खिलाफ हिंसा आम हो गई है. हिंदूवादी संगठन और उससे प्रेरित लोग खुलेआम मुसलमानों को मारने पीटने का काम कर रहे हैं. बीते दिनों अलीगढ़ में हिंदूवादी संगठन के लोगों ने चार मुस्लिम युवकों को पकड़कर बेरहमी से पीटा और उनकी गाड़ी में आग लगा दी. एक ऐसा ही मामला हरियाणा के पानीपत जिले से सामने आया है, जहां टोपी पहनने पर एक मुस्लिम युवक फिरदौस आलम उर्फ असजद बाबू को जान से मार दिया गया.
कहां का है पूरा मामला?
यह दर्दनाक मामला हरियाणा के पानीपत जिले के सोनौली चौक का है, जहां 24 साल के मुस्लिम नौजवान असजद बाबू 24 मई की शाम करीब आठ बजे अपने दोस्त से मिलने जा रहे थे. इस दौरान उन्होंने टोपी पहन रखी थी, जहां नरेंद्र उर्फ शिशु लाला नाम के शख्श ने असजद की टोपी गिरा दी. असजद ने शांति मन से टापी उठाकर पहन ली. इसके बाद दोबारा शिशु लाला ने उनकी टोपी नीचे गिरा दी, तो असजद ने दोबारा टोपी उठाकर पहननी चाही, लेकिन वह जैसे ही टोपी लेने के लिए झुके तो नरेंद्र ने उनके सर पर जोर से डंडे से वार कर दिया.
डंडे की वार से हुई मौत
दरिंदे नरेंद्र उर्फ शिशु लाला के वार से असजद वहीं बेहोश हो गए. इसके बाद वहां मौजूद कुछ लोगों ने असजद को गंभीर हालत में अस्पताल पहुंचाया. हालांकि चोट इतनी ज्यादा थी कि असजद की मौत हो गई.
आरोपी नरेंद्र उर्फ शिशु लाला गिरफ्तार
मीडिया रिपोर्ट को मुताबिक, इस घटना के बाद पुलिस ने आोरपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करते हुए आरोपी नरेंद्र उर्फ शिशु लाला को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने इस घटना में इस्तेमाल हुए डंडे को भी बरामद कर लिया है और आगे की जांच में जुट गई है.
पुलिस ने आरोपी नरेंद्र को गिरफ्तार करने के बाद कोर्ट के सामने पेश किया,जहां कोर्ट ने उसे न्यायायिक हिरासत में भेज दिया है.
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, मृतक असजद बाबू के करीबियों और दोस्तों ने बताया कि वह काफी शरीफ इंसान थे. असजद की कभी किसी से लड़ाई तक नहीं हुई थी. साथ ही यह भी कहा कि असजद को सिर्फ इसलिए निशाना बनाया गया, क्योंकि वह मुसलमान थे.
बिहार के निवासी थे असजद
बता दें कि असजद बिहार के कोचाधामन प्रखंड अंतर्गत कैरी बीरपुर के निवासी थे. वह हरियाणा के पानीपत के फ्लोरा में रहते थे. असजद की सात महीने पहले ही शादी हुई थी.