Hindu Raksha Dal threatens Iqra Hasan’s family: कैराना से समाजवादी पार्टी की सांसद इकरा हसन के नमाज को लेकर दिए गए बयान से विवाद छिड़ गया है. इसके बाद कल यानी कि 22 अप्रैल को हिंदू रक्षा दल उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष ललित शर्मा सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ शामली पहुंचे और कैराना जाकर हनुमान चालीसा का पाठ किया. आईए जानते हैं पूरा मामला किया है..
‘इकरा हसन को हनुमान चालीसा करके दिखाना है’
चलो कैराना चलो कैराना इकरा हसन को हनुमान चालीसा करके है दिखाना।
22/4/25 शाम 4 बजे कैराना मेन बाज़ार चौक। pic.twitter.com/xSNkcFoJlt— Pinki Bhaiya (@BHUPENDER_HRD) April 20, 2025
दरअसल, सांसद इकरा हसन ने बीते दिनों सरकार के द्वारा सड़क पर ईद की नमाज पर लगाई गई पाबंदी की कड़ी आलोचना की थी. यह बात हिंदू संगठन को नागवार गुजरी. इसके बाद हिंदू रक्षा दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष पिंकी चौधरी ने एक वीडियो जारी करते हुए कहा था कि 22 अप्रैल को कैराना चलो.. इकरा हसन को हनुमान चालीसा करके दिखाना है.
इसके बाद हिंदू संगठन के सदस्य कैराना पहुंच गए. जहां पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा कारणों से संगठन के लोगों को कैराना जाने से रोक दिया. इस पर एक साधु ने आत्मदाह की धमकी दे दी. लंबी बातचीत के बाद यह तय हुआ कि संगठन के पांच पदाधिकारी पुलिस की मौजूदगी में कैराना की सीमा में जाकर हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे.
‘अगर तुम रोड पर आओगे, तो हम तुम्हारे घर आकर हनुमान चालीसा का पाठ पढेंगे’
इस दौरान हिंदू रक्षा दल के उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष ललित शर्मा ने कहा कि इकरा हसन ने कुछ दिन पहले बयान दिया था कि हम सड़क पर जाकर नमाज पढ़ेंगे. इसके विरोध में हिंदू रक्षा दल उत्तराखंड में इनका पुतला भी जलाया था और उसी दिन ऐलान किया गया था कि हम कैराना जाकर हनुमान चालीसा पढेगे. यह हनुमान चालीसा का पाठ इकरा हसन के लिए एक संदेश है कि अगर तुम रोड पर आओगे, तो हम तुम्हारे घर आकर हनुमान चालीसा का पाठ पढेगे.
‘दो मिनट मे तुम्हारे भाई और पूर्व सांसद तबस्सुम हसन का दिमाग़ ठीक कर देंगे’
इसके साथ ही उन्होंने धमकी देते हुए कहा कि इकरा हसन को अपने दिमाग से वहम निकाल देना चाहिए कि उनके खिलाफ कोई कुछ नही बोलेगा. लेकिन, उन्हे यह समझ लेना चाहिए की यह हिन्दू रक्षा दल है. हम दो मिनट मे तुम्हारे विधायक भाई और पूर्व सांसद तबस्सुम हसन का दिमाग़ ठीक कर देंगे.
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि सांसद इकरा हसन ने सरकार के द्वारा सड़क पर ईद की नमाज पर लगाई गई पाबंदी की कड़ी आलोचना की थी. उन्होंने कहा था कि महज 10 मिनट की ईद की नमाज से किसी को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए और सवाल किया था कि आखिर इतनी छोटी सी नमाज से सरकार को इतनी परेशानी क्यों है.