Delhi: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद हिंदू संगठन देश के मुसलमानों की बिष्कार की बात कर रहें हैं. कहीं मुस्लिम मजदूरों को काम से निकाला जा रहा है तो उनकी दुकानों को तोड़ा जा रहा है. इतना ही नहीं कई हिंदूवादी संगठन खुलेआम मुसलमानों को मारने की बात कर रहे हैं. इस बीच दिल्ली के मंडोली रोड मार्केट एसोसिएशन ने एक आदेश जारी किया है. इस आदेश को लोग मुस्लिमों के विरोधी ही बता रहे हैं, जो जानबूझ कर दिया गया है.
ठेले वाले को अपने ठेले पर नेम प्लेट लगाना होगा
दिल्ली के मंडोली रोड मार्केट एसोसिएशन ने एक ऑर्डर जारी करते हुए कहा कि सभी रेहड़ी- ठेले वाले को अपने ठेले पर नेम प्लेट लगाना होगा, और पहचान उजागर करना होगा. एसोसिएशन ने चेतावनी देते हुए कहा कि ऐसा नहीं करने पर वह मार्केट में ठेला नहीं लगा पाएगा. एसोसिएशन का मानना है कि खरीदारों को मालूम होना चाहिए कि वह अपना सामान किससे खरीद रहा है. साथ ही सभी रेहड़ी वालों को एसोसिएन ऑफिस में आकर अपना आधार कार्ड जमा करने का भी ऑर्डर दिए गए हैं.
एसोसिएशन ने यह भी दावा किया कि पहचान उजागर करने के निर्देश पर कई मुस्लिम विक्रेताओं ने ठेले लगाने बंद कर दिए हैं.
क्या बोले मुस्लिम दुकानदार?
एक अखबार में छपी खबर के मुताबिक, फल विक्रेता फरीद ने कहा कि मार्केट एसोसिएशन के निर्देश पर मैंने आधार कार्ड की कॉपी उनके कार्यालय में जमा कर दी है और बोर्ड भी बनने के लिए दिया है. जो नियम तय किए गए उनके ही अनुसार, बिजनेस करूंगा.
‘पहलगाम में हिंदूओं को धर्म पूछकर मारा, इसलिए ठेले वाले अपनी पहचान बताएं’
मीडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मंडोली रोड मार्केट ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष बिन्नी वर्मा ने कहा कि पहलगाम में आतंकवादियो ने धर्म पूछकर हिंदुओं को मारा था. उन्होने कहा कि पहलगाम हमले के बाद मार्केट एसोसिएशन ने यह फैसला लिया है कि मार्केट में सब्जी और फल विक्रेता अपना नाम उजागर करके समान बेचने का काम करें.