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Bihar: ‘जगह न मिले तो कब्रिस्तान में पढ़ लें ईद की नमाज..’ BJP विधायक नीरज कुमार बबलू के बिगड़े बोल

बीजेपी विधायक नीरज कुमार बबलू ने कहा कि रोड पर चलने वाले टैक्स देते हैं. नमाज पढ़ने के लिए मदरसा है. कहीं जगह न मिले तो कब्रिस्तान है.

Bihar: मुसलमानों का सबसे बड़ा त्योहार ईद जैसे- जैसे नजदीक आ रहा है वैसे ही बीजेपी के नेताओं की विवादित बयान बाजी सामने आने लगी है. नेताओं के साथ- साथ पुलिस प्रशासन भी इस मामले में पीछे नहीं है. उत्तर प्रदेश के कई जिलों की पुलिस ने तो यह आदेश दे दिया है कि सड़कों पर नमाज पढ़ने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया जाएगा और साथ ही पासपोर्ट भी रद्द कर दिया जाएगा, ताकि वह मक्का और मदीना उमराह या हज के लिए भी न जा सकेंगे. इसी बीच बिहार सरकार में मंत्री और बीजेपी विधायक नीरज कुमार बबलू ने ईद की नमाज को लेकर एक विवादित बयान दिया है.

‘नमाज पढ़ने के लिए जगह न मिले तो कब्रिस्तान में पढ़ें’

बीजेपी विधायक नीरज कुमार बबलू ने कहा कि रोड पर चलने वाले टैक्स देते हैं. नमाज पढ़ने के लिए मदरसा है. कहीं जगह न मिले तो कब्रिस्तान है. जगह घेर कर रखे हुए हैं. वहां जाकर पढ़िए. सड़क पर नमाज नहीं होगा. सड़क छेंकने के लिए नहीं है. कहीं भी जगराता सड़कों पर नहीं होता है. लोग मैदान में करते हैं. अपनी-अपनी जगहों पर करते हैं. सड़कों पर नहीं होता है. एनडीए की सुशासन की सरकार है. सड़कों को कोई न छेके इसके लिए प्रशासन मुस्तैद है.

‘हम वही करेंगे जो करोड़ो सनातनी चाहते हैं’

वहीं नीरज कुमार बबलू ने यह भी कहा कि हम वही करेंगे जो करोड़ो सनातनी चाहते हैं. काफी लोगों को नॉन वेज देखकर भी दिक्कत होती है. ऐसे में उसे बैन कर देना चाहिए. उन्होंने कहा, “अगर इस पर बैन लगा दिया जाता है तो इसमें क्या दिक्कत है? प्रार्थना के दौरान मांसाहारी भोजन नहीं खाया जाना चाहिए. अगर इस पर प्रतिबंध लगा रहता है तो इसमें कोई समस्या नहीं है.”

आपकों बता दें कि यदि रमजान के 30 रोजे पूरे होते हैं तो देश भर में 1 अप्रैल को ईद मनाई जाएगी, वहीं अगर 29 रोजे में ही चांद नजर आ जाता है तो 31 मार्च को देशभर में ईद मनाई जाएगी.

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