बंगलुरू: कर्नाटक वक्फ बोर्ड जल्द ही ऐसे स्कूल और कॉलेज शुरू करेगा, जहां छात्रों को कर्नाटक में कई सरकारी शैक्षणिक संस्थानों के विपरीत हिजाब पहनने की अनुमति होगी. वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शफी सादी के अनुसार, स्कूल और कॉलेज स्व-वित्तपोषित होंगे और मंगलुरु, शिवमोग्गा, हासन, कोडागु, बीजापुर और हुबली में स्थापित किए जाएंगे.
आवाज़ द वॉइस की खबर के मुताबिक़, शिक्षण संस्थानों के लिए कुल 25 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं. सादी ने कहा कि इन कॉलेजों के लिए कोई स्वायत्त नियम नहीं होगा और बोर्ड और विश्वविद्यालयों के नियमों का पालन करना होगा. सरकारी सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई जल्द ही इस संबंध में घोषणा कर सकते हैं.
यह पूछे जाने पर कि क्या शिक्षण संस्थान स्थापित करने का इरादा चल रहा हिजाब विवाद था, वक्फ अध्यक्ष ने इससे इनकार किया. उन्होंने कहा, ‘हिजाब के मुद्दे से कोई संबंध नहीं है. प्रवेश पाने के लिए सभी का स्वागत है.’
#hijabrow #Karnataka Waqf board plans to start 10 colleges which will allow #hijab inside classrooms. Colleges to come up in #Mangaluru, #shivamogga, #hassan & #kodagu. WAQF board will raise funds by itself for these colleges. Govt colleges have banned hijab inside classrooms. pic.twitter.com/rWkAdwlK6q
— Imran Khan (@KeypadGuerilla) November 30, 2022
उन्होंने कहा, ‘यह 5-6 महीने पहले घोषित किया गया था. इसके लिए आवंटित वक्फ बोर्ड में हमारे पास 25 करोड़ रुपये हैं. यह विशेष रूप से राज्य के विभिन्न जिलों में महिला कॉलेजों के लिए है.’
दिसंबर 2021 में, उडुपी में सरकारी पीयू कॉलेज द्वारा छह हिजाब पहनी स्कूली लड़कियों को कक्षाओं में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गई थी. यह मुद्दा जल्द ही पूरे राज्य में फैल गया, क्योंकि राज्य के कई सरकारी स्कूलों और कॉलेजों ने हिजाब पहनने वाली छात्रों को मना करना शुरू कर दिया.