अजमेर: अजमेर पुलिस ने कथित रूप से भड़काऊ बयान देने के आरोप में अजमेर दरगाह के खादिम सलमान चिश्ती को गिरफ्तार कर लिया है.
न्यूज एजेंसी एएनआई ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, विकास सांगवान के हवाले से ट्वीट कर जानकारी दी है कि ‘राजस्थान की अजमेर पुलिस ने निलंबित भाजपा नेता नूपुर शर्मा के खिलाफ कथित रूप से भड़काऊ बयान देने के आरोप में कल रात अजमेर दरगाह के खादिम सलमान चिश्ती को गिरफ्तार किया गया है.
एक अन्य ट्वीट में एएसपी ने बताया कि यह मेरे संज्ञान में लाया गया कि अजमेर दरगाह के खादिम सलमान चिश्ती ने एक आपत्तिजनक वीडियो साझा किया था और उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी. उसे उसके घर से पकड़ लिया गया और उससे पूछताछ की जा रही है. ऐसा लगता है कि वीडियो बनाते समय वह नशे की हालत में था. वह हिस्ट्रीशीटर है.
Ajmer, Rajasthan | It was brought to my notice that Salman Chishti, Khadim of Ajmer Dargah shared an objectionable video & FIR was filed. He was nabbed from his house & is being questioned. It seems he was in an inebriated state when video was made. He is a history-sheeter: ASP pic.twitter.com/uH3ukU2PDR
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) July 6, 2022
भड़काऊ बयान में खादिम ने क्या कहा?
जिस वीडियो के बाद सलमान चिश्ती पर शिकायत दर्ज हुई उसमें उन्होंने कथित तौर पर कहा कि वे नूपुर शर्मा का सिर लाने वाले को अपना घर सौंप देंगे. वीडियो में चिश्ती ने ये भी कहा कि वे पैगंबर मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम का अपमान करने पर उसको (नूपुर शर्मा) खुले आम गोली मार देते. उन्होंने आगे कहा कि ‘आपको सभी मुस्लिम देशों को जवाब देना होगा. ये मैं अजमेर राजस्थान से कह रहा हूं और यह संदेश हुजूर ख्वाजा बाबा के दरबार से है.’
दरगाह थानाधिकारी दलवीर सिंह फौजदार ने बताया था कि इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया और आरोपी की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे है. उन्होंने बताया कि आरोपी अपराधी प्रवृत्ति का है, लेकिन अब अजमेर पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर चुकी है. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विकास सांगवान ने इसकी जानकारी दी.
दरगाह ने बयान से किनारा किया
क्विंट रिपोर्ट के अनुसार, इस बीच दरगाह ने खादिम के बयान से किनारा कर लिया है. वीडियो की निंदा करते हुए अजमेर दरगाह के दीवान जैनुल आबेदीन अली खान के कार्यालय ने कहा कि आरोपी खादिम की तरफ से वीडियो में व्यक्त किये गये इस तरह के संदेशो को दरगाह का संदेश नहीं माना जा सकता. कार्यालय ने कहा कि यह उनका अपना व्यक्तिगत बयान है और निंदनीय है.