Martyr BSF SI Mohammad Imtiaz: भारत और पाकिस्तान के बीच 10 मई को लगभग 5 बजे सीजफायर की घोषणा हो गई थी. हालांकि सीजफायर होने के कुछ देर बाद ही कश्मीर की सीमा पर पाक सैनिकों ने फिर से गोलीबारी कर दी. जहां जवाबी कार्रवाई में BSF के सब- इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तियाज शहीद हो गए. बिहार के छपरा के रहने वाले मोहम्मद इम्तियाज बीएसएफ आउटपोस्ट पर तैनात थे. आज यानी कि 12 मई को उनका पार्थिव शरीर बिहार की राजधानी पटना पहुंचा, हालांकि वहां बिहार सरकार का कोई भी मंत्री या फिर अधिकारी मौजूद नहीं था. बिहार सरकार के इस रवैये से परिजनों में काफी नाराजगी और दुख देखा जा रहा है.
शहीद मोहम्मद इम्तियाज का शव जब पटना पहुंचा तो वहीं कोई बिहार सरकार का कोई भी मंत्री या फिर अधिकारी मौजूद नहीं था. स्थानीय लोग इसे शहीद इम्तियाज का अपमान बता रहे हैं.
शहीद सब- इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तियाज का अपमान
बता दें कि पटना में एक मुख्यमंत्री, दो डिप्टी CM हैं बिहार में SSP और DM रहने के बावजूद कोई एयरपोर्ट पर नजर नहीं आया. शहीद के बेटे को एक गाड़ी तक उपलब्ध नहीं कराई गई उसी पुलिस के ट्रक में उनका सामान उठा कर रख दिया गया. पिता की मौत का बोझ उठाने वाला बेटा एयरपोर्ट से स्टेट हैंगर तक अपना समान अपना बैग खुद ही लेकर पैदल चलता रहा.न
शहीद इम्तियाज़ साहब की शहादत का अपमान हुआ है आज , एक CM दो डिप्टी CM हैं बिहार में SSP DM कोई नज़र नहीं आया एयरपोर्ट पर, शहीद के बेटे को एक AC गाड़ी तक उपलब्ध नहीं कराई गई उसी पुलिस के ट्रक में उनका सामान उठा कर रख दिया गया, पिता की मौत का बोझ उठाने वाला बेटा एयरपोर्ट से स्टेट… pic.twitter.com/fATLJk3VNQ
— Simab Akhtar سیماب اختر (@simabakhtar2) May 12, 2025
सत्ता पक्ष के कई नेताओं ने BSF के सब- इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तियाज के शहीद होने पर सोशल मीडिया पर संवेदनाएं व्यक्त की थी. लेकिन उनके सम्मान में एयरपोर्ट पर कोई नहीं पहुंचा.
मोहम्मद इम्तियाज को शाम को सुपुर्द-ए- खाक किया गया
बता दें कि शाम 6 बजे के आसपास शहीद मोहम्मद इम्तियाज को उनके गांव में राजकीय सम्मान के साथ सुपुर्द-ए- खाक कर दिया गया. हजारों की तादाद में लोग जनाजो की नमाज में शामिल हुए और शहीद के लिए दुआएं की.