Mayawati on Muslims: उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा सुप्रीमो मायावती ने मुसलमानों के समर्थन में आकर खुलकर बात की है. मायावती ने आज यानी कि मंगलवार, 4 मार्च को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ट्वीट करते हुए कहा कि मुसलमानों के साथ धार्मिक मामलों में सौतेला रवैया अपनाया जा रहा है, जो कि न्यायसंगत नहीं है.
देश में मुसलमानों के प्रति नफरत लगातार बढ़ती जा रही है
बता दें कि दिन- प्रतिदिन देश में मुसलमानों के प्रति नफरत लगातार बढ़ती जा रही है. मुसलमानों के प्रति नफरत फैलाने का ठेका कुछ दक्षिणपंथी नेताओं और सोशल मीडिया के ठेकेदारों ने उठा रखा है. यह लोग मुसलमानों के खिलाफ नफरत फैलाने के लिए दिन- रात एक कर देते हैं. वहीं दूसरी ओर हर दिन मुसलमानों की संपत्तियों और उनके इबादतगाहों,मस्जिदों, दरगाहों और कब्रिस्तानों को अवैध बताते हुए धवस्त किया जा रहा है.
हाल ही में उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में स्पीकर से मस्जिदों में अजान देने नहीं दिया जा रहा है. वहीं उत्तराखंड में अजान को लेकर हिंदू रक्षा दल लगातार विरोध करते हुए उन्माद मचा रहा है.
‘मुसलमानों के साथ सौतेला रवैया न्यायसंगत नहीं’
मायावती ने कहा कि भारत सभी धर्मों को सम्मान देने वाला धर्मनिरपेक्ष देश है. ऐसे में केन्द्र व राज्य सरकारों को बिना पक्षपात के सभी धर्मों के मानने वालों के साथ एक जैसा बर्ताव करना चाहिए, किन्तु अब मुसलमानों के साथ धार्मिक मामलों में भी जो सौतेला रवैया अपनाया जा रहा है, यह न्यायसंगत नहीं.
‘केन्द्र व राज्य सरकारें जरूर ध्यान दें’
बसपा सुप्रीमो मायावती ने आगे कहा कि साथ ही, सभी धर्मों के पर्व-त्योहारों आदि को लेकर पाबन्दियाँ व छूट से सम्बंधित जो नियम- कानून हैं उन्हें बिना पक्षपात एक जैसा लागू होना चाहिए, जो ऐसा होता हुआ नहीं दिख रहा है. इससे समाज में शान्ति व आपसी सौहार्द बिगड़ना स्वाभाविक, जो अति- चिन्तनीय. सरकारें इस ओर जरूर ध्यान दें.