Pahalgam Attack: जम्मू- कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार, 22 अप्रैल को आतंकी हमले में 27 लोगों की मौत हो गई, जबकि दर्जनों लोग घायल हो गए. इस घटना के दौरान कई कश्मीरी लोगों ने टूरिस्टों को वहां से बाहर निकाला और उनकी जान बचाई. इसके साथ ही कई लोकल लोगों ने भी अपने घरों के दरवाजे खोल दिए. इसी दौरान एक स्थानीय मदरसा प्रशासन ने टूरिस्टों के जान हिफाजत की. मदरसा प्रशासन ने टूरिस्टों के रहने से लकर खाने तक का इंतेजाम किया.
मदरसा ने टूरिस्टों के लिए खोले दरवाजे
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर के राजौरी के मंजाकोट में मौजूद जामिया ज़िया-उल-इस्लाम मदरसा में लगभग 50 टूरिस्टों को रुकने की जगह दी गई, जिससे उनकी जान बच पाई. वहीं जामिया ज़िया उल इस्लाम मंजाकोट मदरसा के चेयर मैन ने सैलानियों से अपील करते हुए कहा कि हमारे दरवाजे सभी के लिए खुले हुए हैं.
‘मदरसा इंतजामिया आतंकियों के खिलाफ खड़ा है’
इसके साथ ही जामिया ज़िया-उल-इस्लाम ने इस हमले की कड़ी निंदा की. साथ ही कहा कि मदरसा इंतजामिया आतंकियों के खिलाफ लोगों के साथ खड़ा है.
बता दें कि जामिया ज़िया-उल-इस्लाम मदरसा प्रशासन ने लोगों के रुकने की व्यवस्था की. इसके बाद उन्हें खाना खिलाया. इसके साथ ही उन्हें तोहफे और दुआएं देते हुए विदा किया.
कब और कहां हुआ हमला?
आपको बता दें कि मंगलवार को बैसरन घास के मैदान पर एक बड़ा आतंकी हमला हुआ. यह क्षेत्र पहलगाम हिल स्टेशन से लगभग 5 किलोमीटर दूर स्थित है. समाचार एजेंसी पीटीआई ने अधिकारियों के हवाले से बताया कि हथियारबंद आतंकवादी बैसरन में घुस आए और उन्होंने खाने-पीने की दुकानों के आसपास घूम रहे, टट्टू की सवारी कर रहे या पिकनिक मना रहे या नज़ारे देख रहे पर्यटकों पर गोलीबारी शुरू कर दी.