Agra: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद कई हिंदू संगठन के सदस्य मुस्लिम लोगों के निशाना बना रहे. मुसलमानों को दान से मारने की धमकी दे रहे हैं. देश के कई जगहों से ऐसी खबरें समाने आ रही है, जहां हिंदूवादी संगठन के लोग मुस्लिमों को ढूंढ- ढूंढ कर मार रहे. आपको बता दें कि 23 अप्रैल को हिंदू रक्षा दल, उत्तराखंड के ललित शर्मा ने कहा था कि कोई भी मुसलमान कश्मीरी हमें देहरादून में मिला तो हम उसका इलाज जरूर करेंगे. इसी बीच आगरा में क्षत्रिय गौ रक्षा दल के सदस्य एक वीडियो में दावा कर रहे हैं कि उन्होंने आगरा में दो मुसलमानों की हत्या कर दी है.
’26 लोगों का बदला 2600 से लेंगे’
आगरा (यूपी) में 3 लोगों ने गुलफाम से पहले नाम पूंछा फिर उसकी गोली मारकर हत्या कर दी। गोली लगते ही गुलफाम सड़क पर लहूलुहान होकर गिर पड़ा। उसका साथी उसे बचाने दौड़ा तो हमलावरों ने उस पर भी फायरिंग कर दी।
मर्डर की जिम्मेदारी आगरा में गौ रक्षक बताने वाले ने वीडियो वायरल करके ली है। pic.twitter.com/sl4ZIdPQ23
— Madan Mohan Soni – (आगरा वासी) (@madanjournalist) April 24, 2025
बता दें कि क्षत्रिय गौ रक्षा दल, आगरा के एक दो सदस्यों ने वीडियो जारी करते हुए कहा कि ताज नगरी आगरा में दो कटुए मारे गए हैं.क्षत्रिय गौ रक्षा दल इसकी जिम्मेदारी लेता है. उन्होंने आगे कहा कि भारत माता की सौगंध 26 लोगों का बदला 2600 से नहीं लिया तो मैं भारत माता का पुत्र नहीं. इसके बाद वह जय श्री राम और जय हिंदू राष्ट्र का नारा लगाते हुए नजर आते हैं. वायरल वीडियो में नजर आताहै कि उनके पास खूंखार हथियार और असलहा भी है.
पहले गुलफाम से नाम पूछा फिर उसकी गोली मारकर हत्या कर दी
इन दोनों का वीडियो शेयर करते हुए एक एक्स यूजर Madan Mohan Soni ने लिखा कि आगरा में तीन लोगों ने पहले गुलफाम से नाम पूछा फिर उसकी गोली मारकर हत्या कर दी. गोला लगते ही गुलफाम सड़क पर लहूलुहान होकर गिर पड़ा. उसका साथी उसे बचाने दौड़ा तो हमलावरों ने उस पर भी फायरिंग कर दी.
पुलिस ने क्या कहा?
इस मामले पर आगरा पुलिस ने एक बयान जारी किया है. एक्स यूजर Madan Mohan Soni को रिप्लाई करते हुए आगरा पुलिस ने लिखा कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के सम्बन्ध में अवगत कराना है कि क्षत्रिय गौ रक्षा दल नाम का कोई संगठन आगरा में कार्यरत नहीं है, इस मामले में थाना ताजगंज पुलिस द्वारा तत्काल एफआईआर दर्ज की जा चुकी है. घटना के समय मृतक के जो तीन साथी वहां मौजूद थे उनके द्वारा कोई भी ऐसी बात परिजनों और पुलिस टीम को नहीं बताई गई है.
आगरा पुलिस ने की अपील
आगरा पुलिस ने आगे कहा कि अतः आप ट्विटर, फेसबुक, इन्स्टाग्राम अथवा सोशल मीडिया के किसी भी प्लेटफार्म पर ऐसी कोई खबर प्रसारित न करें जो असत्य हो. पुलिस की टीमें छानबीन कर रही है. मृतक के शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद दफीना करा दिया गया है, अभियुक्तों की तलाश हेतु पुलिस की कई टीमें लगाई गई है, शीघ्र ही अभियुक्तों की गिरफ्तारी कर आवश्यक वैधानिक कार्यवाही की जाएगी.