Pahalgam Attack: जम्मू- कश्मीर के पहलगाम में कल यानी कि मंगलवार, 22 अप्रैल को आतंकी हमले के बाद एक तरफ जहां सोशल मीडिया पर इसे सांप्रदायिक रंग दिया जा रहा है, तो वहीं दूसरी और देश भर का मुसलमान इस हमले का विरोध कर रहा है. लुधियाना, देहरादुन से लेकर उत्तर प्रदेश तक का मुसलमान इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए दोषियों को सख्त से सख्त सजा देने की मांग कर रहा है. इसके साथ ही मुस्लिम तंजीमों ने भी इस हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है.
लुधियाना में मुसलमानों ने आतंकवाद का पुतला फूंका
पहलगाम में हुए हमले के बाद पंजाब कि लुधियाना में मुसलमान सड़क पर उतर आए. लुधियाना के जामा मस्जिद के बाहर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने आतंकवाद का पुतला फूंक कर विरोध प्रदर्शन किया. जहां पंजाब के शाही इमाम मौलाना मोहम्मद उस्मान रहमानी लुधियानवी ने कड़े शब्दों में पहलगाम आतंकी हमले की निंदा की और इसे इंसानियत के लिए शर्मनाक बताया.
देहरादून में सड़क पर उतरे मुसलमान
वहीं उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में भी पहलगाम हमले के खिलाफ मुसलमानों ने विरोध प्रदर्शन किया. जहां मुस्लिम समाज के लोगों ने आतंकियों के सर काटकर चौराहे पर लगाने की मांग की है. इसके साथ ही डीएम को ज्ञापन देकर आतंकियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है.
इलाहाबाद में भी विरोध प्रदर्शन
इसके अलावा इलाहाबाद में भी मुस्लिम समुदाय के युवकों ने पाकिस्तान और आतंकवाद का पुतला फूंककर नाराजगी जताई. जहां लोगों ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि सरकार को चाहिए कि अब पाकिस्तान और आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाए.
जमीअत उलमा-ए-हिंद क्या कहा?
वहीं जमीअत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने कहा कि पहलगाम हत्याकांड मानवता के खिलाफ एक बर्बर कृत्य है. 26 निर्दोष पर्यटकों की हत्या का किसी धर्म से कोई वास्ता नहीं है. इस्लाम में एक भी व्यक्ति की अन्यायपूर्ण हत्या को पूरी मानवता की हत्या के बराबर माना गया है. हमें नफरत को हराने के लिए एकजुट होना चाहिए.
इसके साथ ही जमात-ए-इस्लामी हिंद के अध्यक्ष सैयद सदातुल्लाह हुसैनी ने कश्मीर के पहलगाम में हुए घातक आतंकी हमले की कड़ी निंदा की, जल्द से जल्द न्याय की मांग की है.
‘यह सब इस्लाम को बदनाम करने के लिए’
ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन बरेली ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले की निंदा की. मौलाना शहाबुद्दीन ने कहा कि जितने भी इस्लामी नाम पर आतंकी संगठन बने हैं, यह सब इस्लाम को बदनाम करने के लिए हैं. उन्होंने इस आतंकी हमले को कायराना करार देते हुए सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग की है.