नई दिल्ली, 23 अप्रैल 2025: जमाअत-ए-इस्लामी हिंद के अध्यक्ष सैयद सआदतुल्लाह हुसैनी ने मंगलवार, 23 अप्रैल को दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में हुए जघन्य आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की जिसमें विदेशी पर्यटकों सहित कई निर्दोष लोगों की मृत्यु हो गयी. मीडिया को जारी एक बयान में उन्होंने इस घोर जानी- माली नुकसान पर गहरा दुख और आक्रोश व्यक्त किया तथा तत्काल न्याय की मांग की.
‘जिम्मेदार लोगों को कठोरतम सजा दी जानी चाहिए’
सैयद सआदतुल्लाह ने कहा, “हम मंगलवार को दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में हुए घातक आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करते हैं. विदेशी पर्यटकों सहित निर्दोष लोगों की मृत्यु बहुत दुखद है. हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं पीड़ितों और उनके शोकाकुल परिवारों के साथ हैं. इस तरह के बर्बर कृत्य को किसी भी तरह से उचित नहीं ठहराया जा सकता. यह पूरी तरह से अमानवीय है और इसकी पूरी तरह से निंदा की जानी चाहिए. जिम्मेदार लोगों को न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए और उन्हें कठोरतम सजा दी जानी चाहिए.”
‘इस प्रकार की बर्बर हिंसा को उचित नहीं ठहराया जा सकता’
जमाअत-ए-इस्लामी हिंद के अध्यक्ष सैयद सआदतुल्लाह हुसैनी ने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि कोई भी कारण – चाहे राजनीतिक हो, वैचारिक हो या अन्य कारण – कभी भी इस प्रकार की बर्बर हिंसा को उचित नहीं ठहरा सकता. उन्होंने कहा, “यह एक अमानवीय कृत्य था जो हर नैतिक और आचार संहिता का उल्लंघन करता है.
जमाअत -ए-इस्लामी हिंद ने की अपील
जमाअत -ए-इस्लामी हिंद के अध्यक्ष ने राज्य और केंद्रीय प्रशासन से पीड़ितों के लिए न्याय सुनिश्चित करने, सुरक्षा उपायों को मजबूत करने और कमजोर समुदायों की सुरक्षा के लिए निर्णायक और पारदर्शी कदम उठाने का आग्रह किया. उन्होंने नागरिक समाज, धार्मिक नेताओं और मीडिया से भी जिम्मेदारी से काम करने और ऐसे बयानों से बचने का आह्वान किया जो तनाव को और बढ़ा सकते हैं या निर्दोष समूहों को निशाना बना सकते हैं.