सीमा सुरक्षा बल (BSF) के 40 वर्षीय कांस्टेबल पूर्णम कुमार साहू को पाकिस्तान ने रिहा कर दिया. पूर्णम कुमार गलती से अंतर्राष्ट्रीय सीमा पार करते हुए पाकिस्तान पहुंच गए थे. जिसेक बाद उन्हें पाकिस्तान रेंजर्स ने हिरासत में ले लिया था. कॉन्स्टेबल पूर्णम कुमार को पाकिस्तान रेंजर्स ने सुबह 10:30 बजे BSF को सौंप दिया. BSF ने कांस्टेबल पूर्णम कुमार साहू के रिहा होने की पुष्टि की.
पंजाब के फिरोजपुर सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा (IB) को गलती से पार करने के बाद पाकिस्तानी रेंजर्स ने सीमा सुरक्षा बल (BSF ) के एक जवान को पकड़ लिया था. जवान की पहचान 182वीं बीएसएफ बटालियन के कॉन्स्टेबल पूर्णम कुमार शॉ के रूप में हुई थी.
अनजाने में भारतीय सीमा को पार कर गए थे
यह मामला 23 अप्रैल का है. पूर्णम कुमार भारत-पाकिस्तान सीमा के पास खेत के पास ड्यूटी पर थे. नियमित गतिविधि के दौरान वे अनजाने में भारतीय सीमा की बाड़ को पार कर पाकिस्तानी क्षेत्र में चले गए थे, जहां उन्हें पाकिस्तान रेंजर्स ने हिरासत में ले लिया था.
रिहा होने के बाद पूर्णम की पत्नी रजनी साहू ने कहा
पूर्णम कुमार साहू के रिहा होने के बाद उनकी पत्नी रजनी साहू ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमारे देश का भाई वापस आ गया है, चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है. वास्तव में, उन्होंने उसके साथ भाई जैसा व्यवहार किया, जिसने मुझे बहुत प्रभावित किया. उन्होंने मुझसे यहां तक कहा, ‘तुम हमारी बहन जैसी हो, ज्यादा चिंता मत करो.
Hooghly, West Bengal: On the return of BSF Jawan Purnam Kumar Shaw from Pakistan, his wife Rajni Sao says, “Our country’s brother has returned there’s no need to worry. In fact, they treated him like a brother, which really touched me. They even told me, ‘You are like our sister,… pic.twitter.com/0lNsfaXypy
— IANS (@ians_india) May 14, 2025
इसके साथ ही रजनी साहू ने राज्य की पश्टिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शुक्रिया अदा किया.
पश्चिम बंगाल के रिशरा के रहने वाले हैं पूर्णम
बता दें कि पूर्णम मूल रूप से पश्चिम बंगाल के रिशरा के रहने वाले हैं. पूर्णम के पाकिस्तान रेंजर्स द्वारा हिरासत में लेने का बाद सैनिक की पत्नी रजनी ने पति की रिहाई को लेकर सीएम ममता बनर्जी से मुलाकात की थी. इसके साथ ही रजनी ने चंडीगढ़ पहुंचकर बीएसएफ अधिकारियों से मुलाकात भी की थी.