Meerut: ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) ने रमजान के पाक महीने के आखिरी जुमा यानी कि अलविदा जुमा के मौके पर वक़्फ़ संशोधन विधेयक के विरोध के लिए अपील की थी. जिसके बाद देशभर के मुसलमानों ने अलविदा जुमा को अपने हाथ पर काली पट्टी बांधकर विरोध किया. हालांकि उत्तर प्रदेश के मेरठ पुलिस को मुसलमानों का काली पट्टी बांधकर वक़्फ़ संशोधन विधेयक का विरोध करना नागवार गुजरा.
मेरठ में पुलिस ने उतरवाई काली पट्टी
दरअसल ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अपील के बाद देशभर के मुसलमान अपने हाथ में काली पट्टी बांध कर अलविदा जुमा की नमाज पढ़ने गए थे. जहां उत्तर प्रदेश के मेरठ में भी मुसलमान हाथों में काली पट्टी बांधकर नमाज पढ़ने जा रहे थे. तभी पुलिस ने उन्हें रोककर काली पट्टी उतरवा दी.
वक्फ बिल संशोधन के विरोध में काली पट्टी बांधकर कुछ नमाजी अलविदा जुमे की नमाज पढ़ने आ रहे थे। पुलिस ने इनकी काली पट्टी उतरवा दी।
📍मेरठ, उत्तर प्रदेश pic.twitter.com/HelWbb9jTV— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) March 28, 2025
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने की थी अपील
बता दें कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने कल गुरुवार, 27 मार्च को एक प्रेस रिलीज जारी करते हुए देशभर के मुसलमानों से अपील की थी. ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने कहा था कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड देश के तमाम मुसलमानों से अपील करता है कि वे जुमा-तुल-विदा (अलविदा जुमा) के दिन अपने हाथ पर काली पट्टी बांधकर मस्जिद आएं और अपने दु:ख और आक्रोश का शांतिपूर्ण एंव मौन प्रदर्शन करें.
AIMPLB के अध्यक्ष खालिद सैफुल्लाह रहमानी ने की थी गुजारिश
वहीं इसके साथ ही ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष खालिद सैफुल्लाह रहमानी ने एक वीडियो जारी करते हुए कहा कि अलविदा जुमा पर नमाज पढ़ने जाएं तो अपने दाएं हाथ पर काली पट्टी बांधकर वक्फ़ संशोधन बिल के खिलाफ अपना एहतिजाज दर्ज कराएं.