नोएडा: दीपावली के बाद नोएडा और ग्रेटर नोएडा में प्रदूषण कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है. प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है और अब प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्थिति में पहुंच गया है. मंगलवार को ग्रेटर नोएडा का वायु गुणवत्ता सूचकांक डार्क रेड जोन 402 में दर्ज किया गया.
आवाज द वॉयस की खबर के अनुसार, वहीं नोएडा का एक्यूआई 398 पहुंच गया है. ग्रेटर नोएडा देश में, जहां सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों की संख्या में तीसरे स्थान पर था. वहीं, नोएडा पांचवे स्थान पर रहा. अगर वायु प्रदूषण में सुधार नहीं होता है तो स्कूल और कॉलेज बंद हो सकते हैं.
Uttar Pradesh | Air quality deteriorates in Delhi-NCR. Visuals from Noida where Air Quality Index (AQI) is 406 currently, in the 'Severe' category. pic.twitter.com/q1D68Qa7w2
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) November 2, 2022
ग्रेप के स्टेज चार के तहत सख्त नियम लागू हो जाएंगे. हालांकि, बुधवार को वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग की बैठक में इस पर फैसला लिया जाएगा. एनसीआर के सभी शहर व जिले के अधिकारी इस बैठक में शामिल होंगे.
वहीं, दूसरी तरफ प्रदूषण के कारण अस्पतालों की ओपीडी और इमर्जेसी में मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है. सरकारी और गैर सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में 10 से 15 प्रतिशत मरीज बढ़ गए हैं. इन मरीजों में अस्थमा का अटैक, सांस संबंधी मरीजों की संख्या सबसे ज्यादा है.
Delhi covered in a layer of haze this morning as the air quality deteriorates to the 'Very Poor category'.
Visuals from Akshardham, ITO and Anand Vihar. pic.twitter.com/TIGIaCWZOA
— ANI (@ANI) November 2, 2022
मरीजों में सर्दी, जुखाम, खांसी, गले में जकड़न, आंखों में जलन के मरीजों की संख्या बढ़ गई है.