Eid 2025: ईद का पर्व अब बस तीन- चार दिन बचा हुआ है. मुसलमान ईद की तैयारियों में लगे हुए हैं. वहीं पुलिस प्रशासन भी शांतिपूर्ण तरीके से ईद को लेकर दिशा निर्देश जारी कर रही है. हालांकि उत्तर प्रदेश की पुलिस कुछ सख्त एक्शन लेते हुए नजर आ रही है. उत्तर प्रदेश की मेरठ पुलिस ने कल यानी कि 26 मार्च को कड़ा निर्देश देते हुए कहा था कि यदि किसी ने भी अलविदा जुमा और ईद की नमाज सड़कों पर पढ़ी तो उनके उपर सख्त एक्शन लेते हुए FIR दर्ज किया जाएगा और पासपोर्ट भी रद्द कर दिए जाएंगे. अब मेरठ पुलिस के इस आदेश पर जमीयत दावतुल मुस्लिमीन के संरक्षक कारी इश्हाक ने जवाब दिया है.
‘आदेश कम और धमकी ज्यादा लग रहा है’
जमीयत दावतुल मुस्लिमीन के संरक्षक कारी इश्हाक ने अपनी राय जाहिर की है. कारी इश्हाक गोरा का मानना है कि पुलिस प्रशासन का यह आदेश, आदेश कम और धमकी देना ज्यादा लग रहा है. हिन्दुस्तान के मुसलमानों को प्यार और मोहब्बत से कुछ कहा जाए तो वह मान लेते हैं.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कारी इश्हाक गोरा ने कहा कि हिन्दुस्तान के लोग मोहब्बत और प्यार के भूखे हैं. मोहब्बत और प्यार से कुछ कहा जाए तो वह मान लेते हैं, लेकिन इस तरह का आदेश जो जारी कर दिया गया है. वह धमकी भरा है ,ऐसा लग रहा है कि उन्हें खुलेआम धमकी दी जा रही है.
साथ ही उन्होंने मुसलमानों से नमाज मोहब्बत और शांति से पढ़ने की गुजारिश भी की है. इश्हाक गोरा ने कहा, “सड़क पर नमाज अदा न करें.
मेरठ पुलिस ने यह आदेश जारी किया है
मेरठ की पुलिस ने कहा है कि सड़कों पर नमाज पढ़ने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के साथ- साथ पासपोर्ट भी खारिज कर दिया जाएगा, ताकि वह मक्का मदीना उमराह या हज के लिए भी न जा सकें. इसके साथ ही पुलिस उन लोगों की भी रिपोर्ट तैयार कर रही है, जिन्होंने पिछले साल ईद के मौके पर नमाज सड़कों पर अदा की थी.