Sambhal News: संभल शाही मस्जिद इंतेजामिया कमेटी के सदर एडवोकेट जफर अली को रविवार, 23 मार्च को गिरफ्तार किया है. इसके बाद स्थानीय लोगों में काफी नाराजगी देखी जा रही है. इसी बीच आज यानी कि सोमवार, 25 मार्च को संभल के सिविल कोर्ट में वकीलों ने हड़ताल किया. बता दें कि संभल सिविल कोर्ट के वकीलों को हड़ताल कल से ही चल रहा है.
बता दें कि संभल की शाही जामा मस्जिद के सदर एडवोकेट जफर अली को पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने जफर अली को पिछले साल नंवबर में सर्वे के दौरान हुए हिंसा के आरोप में गिरफ्तार किया है.
‘जब तक रिहा नहीं तब तक हड़ताल कायम’
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक प्रोटेस्ट के दौरान वकीलों ने संभल पुलिस हाय-हाय के नारे भी लगाए है. वकीलों की मांग है कि जब तक एडवोकेट जफर अली को रिहा नहीं किया जाएगा, तब तक यह हड़ताल कायम रहेगा और कोई भी काम नहीं किया जाएगा.
मीडिया से बात करते हुए संभल के वरिष्ठ एडवोकेट शकील अहमद ने कहा कि जफर अली को सिर्फ शक की बुनियाद पर गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने वकील अली के खिलाफ कोई एफआईआर भी नहीं दर्ज किया है. वह हमारे सीनियर वकील है, इसलिए हम सभी वकील उनके साथ है.
‘ज़ुल्म बढ़ता रहा तो पूरे यूपी और फिर पूरे देश के अधिवक्ता एक साथ आएंगे’
वहीं एक अधिवक्ता ने कहा, “हमारे सीनियर काउंसिल जफर अली को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने उन्हें गलत तरह से गिरफ्तार किया है. उनके खिलाफ एफआईआर नहीं है, अज्ञात में चालान किया है. प्रशासन और पुलिस प्रशासन दोनों का ही यह कदम गलत है. वह हमारे सीनियर काउंसिल हैं इसलिए जिले के सभी अधिवक्ता हमारे साथ हैं. अभी तो जिले के वकील एक साथ आए हैं अगर उनका ज़ुल्म बढ़ता रहा तो पूरे यूपी और फिर पूरे देश के अधिवक्ता एक साथ आएंगे. अधिवक्ता एकता जिंदाबाद…”
संभल, उत्तर प्रदेश: संभल में शाही जामा मस्जिद के सदर एडवोकेट जफर अली की गिरफ्तारी के खिलाफ वकीलों ने हड़ताल की।
एक अधिवक्ता ने कहा, “हमारे सीनियर काउंसिल ज़फर अली को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने उन्हें गलत तरह से गिरफ्तार किया है। उनके खिलाफ एफआईआर नहीं है, अज्ञात में चालान… pic.twitter.com/rcqG0izJ0j
— IANS Hindi (@IANSKhabar) March 24, 2025
गिरफ्तारी पर पुलिस ने क्या कहा?
गिरफ्तारी के समय पुलिस ने बताया कि जफर अली को सबसे पहले सर्वे की जानकारी दी जाती थी. 19 नवंबर को सर्वे होगा, इसकी जानकारी जफर अली को दी गई थी और उसके बाद भीड़ जुटी और सर्वे कुछ देर ही हुआ. 24 नवंबर को सर्वे होगा इसकी जानकारी भी सबसे पहले जफर अली को थी और भीड़ जुटाई गई फिर हिंसा हुई.