आगरा: हाल ही में संभल में मौजूद जामा मस्जिद में सर्वे को लेकर बवाल हुआ. इसके बाद आज अजमेर में मौजूद दरगाह में शिव मंदिर होने का दावा करने वाली याचिका को अदालत की तरफ से स्वीकार कर लिया गया. इसी कड़ी में आज ताजमहल को शिव मंदिर बताने वाली याचिका पर सुनवाई हुई. अदालत में दाखिल याचिका में मांग की गई है कि ताजमहल में जलाभिषेक और पूजा अर्चना करने की इजाजत दी जाए. अदाल में इन मांगों को लेकर योगी यूथ ब्रिगेड के प्रदेश अध्यक्ष कुंवर अजय तोमर ने याचिका दायर की है.
ज़ी सलाम की खबर के अनुसार, वादी कुंवर अजय तोमर का कहना था कि सरकारी एजेंसी ASI और दूसरे पक्षकार सैयद इब्राहिम हुसैन जैदी मामले को टालना चाहते हैं, क्योंकि उनके पास कोई सबूत नहीं है. तोमर ने ताजमहाल को ‘तेजोमहालय’ और शिव मंदिर बताया है.
उन्होंने कहा कि यह करोड़ों हिंदुओं की आस्था का केंद्र है. तेजोमहालय को वक्फ की संपत्ति बताना निंदनीय है, ये नहीं चलेगा. वहीं कुंवर अजय तोमर ने कहा कि ताजमहल का सर्वे होना चाहिए. इसके लिए 16 तारीख को न्यायालय में अर्जी दाखिल करेंगे. तेजोमहालय के मुख्य मकबरे से 15 फीट नीचे खुदाई होकर सर्वे होना चाहिए जिससे सच्चाई सामने आ सकें.
कुंवर अजय तोमर की ओर से ताजमहल पर दायर वाद में बुधवार को सुनवाई हुई. मुस्लिम समुदाय के सैयद इब्राहिम हुसैन जैदी के पक्षकार बनने वाली अर्जी पर बहस होनी थी. लेकिन दूसरे पक्ष ने कहा कि सैयद इब्राहिम हुसैन जैदी को पक्षकार बनने का कोई अधिकार नहीं है. उनका कहना है कि ताजमहल इब्राहिम हुसैन जैदी की प्रॉपर्टी नहीं है. जैदी ने 24 सितंबर को ताजमहल को मकबरा और वक्फ बोर्ड की संपत्ति बताते हुए पक्षकार बनने को अर्जी दी थी.
वादी अधिवक्ता शिव आधार सिंह तोमर का कहना था कि एएसआई और सैयद इब्राहिम हुसैन जैदी दोनों मिलें हुए हैं. अदालत का वक्त बर्बाद कर रहे हैं. 16 तारीख को हमारी पूरी कोशिश रहेगी कि सैयद इब्राहिम हुसैन जैदी की पक्षकार बनने वाली अर्जी ख़ारिज़ हो और केस विधिवत रूप से चले.
वहीं आपको बता दें कि योगी यूथ ब्रिगेड के प्रदेश अध्यक्ष कुंवर अजय तोमर ने अपने अधिवक्ता शिव आधार सिंह तोमर और अधिवक्ता झम्मन सिंह रघुवंशी की तरफ से ताजमहल को तेजोमहालय बताते हुए 23 जुलाई को सावन के महीने में जलाभिषेक/दुग्धाभिषेक एवं अन्य हिंदू त्योहारों पर पूजा अर्चना की मांग को लेकर वाद दायर किया था.