नई दिल्ली: इंडियन मुस्लिम फॉर सिविल राइट्स (IMCR) के राष्ट्रीय संयोजक और पूर्व राज्यसभा सांसद मुहम्मद अदीब ने उदयपुर में टेलर की नृशंस हत्या की घटना की कड़ी निंदा करते हुए पैगंबर मुहम्मद (स०.अ०.व०) के अपमान के बहाने किसी की हत्या के कृत्य को हरगिज बर्दाश्त नहीं किया जा सकता.
उन्होंने कहा कि इस घटना की जितनी भी निंदा की जाए वो कम है. मुहम्मद अदीब ने इस जघन्य अपराध को कानून और इस्लाम धर्म के खिलाफ करार देते सरकार से दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है.
पूर्व सांसद मुहम्मद अदीब ने कहा कि हमारे देश में कानून की व्यवस्था है और किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है.
उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं किसी सभ्य समाज का हिस्सा नहीं हो सकती हैं. उन्होंने कहा कि यह देश के कानून और इस्लाम धर्म के भी खिलाफ है और जिसने भी इस तरह की घटना को अंजाम दिया है उसे किसी भी तरह से जायज नहीं ठहराया जा सकता है.
अपने बयान में मुहम्मद अदीब ने इस घटना के लिए सरकार को दोषी ठहराते हुए कहा कि राजनैतिक लाभ के चक्कर में पूर्व में घटी दर्जनों घटानाओं पर सरकार ना सिर्फ चुप्प रही बल्कि लिंचिंग, धार्मिक उन्माद बढ़ा रहे आरोपियों पर कार्रवाई के बजाए उनका मालार्पण कर उन्हें बढ़ावा देने का काम किया.
उन्होंने प्रधानसेवक कहलवाने वाले प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से सवाल किया कि ये कैसा सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास है कि ऑल्ट न्यूज़ के सह-संस्थापक मुहम्मद जुबैर तो गिरफ्तार कर लिए जाते हैं और एक माह गुजर जाने के बावजूद बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता नुपुर शर्मा और नवीन जिंदल गिरफ्तार नहीं होते. उन्होंने देश के तनावपूर्ण माहौल में पीएम और एचएम की चुप्पी पर भी सवाल खड़े करते हुए पूछा कि ऐसे आप कब तक चुप रहेंगे?
मुहम्मद अदीब ने राजस्थान में घटी 2017 की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि बंगाली ठेकेदार अफराजुल की शंभुलाल रैगर द्वारा पहले निर्मम हत्या की जाती है, फिर शव को जला कर वीडियो बनाया जाता है, हत्यारा शंभूलाल जब जेल से बाहर आता है तो उसका हीरो जैसा स्वागत किया जाता है.
उन्होंने कहा कि अगर उसी समय ऐसे अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई की गई होती तो शायद आज देश में नफरत और घृणा का माहौल न होता और कन्हैयालाल जिंदा होते.
आईएमसीआर के संयोजक मुहम्मद अदीब ने कहा कि उदयपुर की घटना के बहाने कुछ नफरती तत्व और संगठन देश का माहौल बिगाड़ने की कोशिश में हैं. सरकार और प्रशासन को चाहिए कि वो ऐसे लोगों को चिन्हित कर उनके खिलाफ तुरंत कड़ी कार्रवाई करे.
स्तिथि को देखते हुए मुहम्मद अदीब ने सभी देशवासियों से शांति बनाए रखने में प्रशासन का सहयोग करने और अफवाहों पर ध्यान ना देने की भी अपील की है.