उत्तरकाशी: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिला मुख्यालय सहित आसपास के गांवों के बाजार हिंदू संगठनों के आह्वान पर बंद रहे. उत्तरकाशी बंद का आहवान करने वाले हिंदू नेताओं ने बाजार में विशाल हिंदू सम्मेलन किया और उत्तरकाशी में बनी मस्जिद को अवैध बताते हुए शासन प्रशासन से कारवाई करने की मांग की है.
हिंदू नेताओं ने कहा है कि ये हमारे अस्तित्व की लड़ाई है, ये देव भूमि है यहां अधर्मियों के लिए कोई जगह नहीं है, उत्तराखंड में लैंड जिहाद, मजार जिहाद, थूक जिहाद, मूत्र जिहाद, लव जिहाद नहीं होने दिया जाएगा. हिंदूवादी संत दर्शन भारती भी ऋषिकेश से उत्तरकाशी पहुंचे और उन्होंने हिंदू एकता पर जोर देते हुए कहा कि देव भूमि का देव स्वरूप न बिगड़े इसकी जिम्मेदारी सबसे पहले हमारी है फिर प्रशासन की, सरकार की है.
उत्तरकाशी में मस्जिद को लेकर पिछले दो हफ्ते से विवाद चल रहा है, हिंदू संगठनों द्वारा मस्जिद को अवैध रूप से निर्मित बताया जा रहा है. हिंदू संगठनों द्वारा काशी विश्वनाथ के मंदिर को साक्षी मानते हुए कहा है कि उक्त मस्जिद यहां के देव स्वरूप संस्कृति को नष्ट करने वाली प्रतीत होती है.
कुछ दिन पहले हिंदू संगठनों ने उक्त मस्जिद के खिलाफ जिला प्रशासन को ज्ञापन भी दिया था, डीएम मेहरबान सिंह ने बताया है कि वह इस संदर्भ मे भूमि दास्तावेज की जांच पड़ताल करवा रहे हैं.
पाञ्चजन्य खबर के अनुसार, उधर पुलिस अधिकारियों ने हालात को देखते हुए शहर में भारी फोर्स को तैनात करते हुए फ्लैग मार्च किया है. उधर कांग्रेस नेताओं ने प्रशासन को एक ज्ञापन देकर कहा है कि उक्त मस्जिद बरसों पुरानी है, बीजेपी आरएसएस के लोग यहां माहौल बिगाड़ रहे हैं.
बहरहाल उत्तरकाशी का बाजार पूरी तरह से बंद रहा और आंदोलन करने वाले हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता एकजुट होकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने जिले में व्यापक सत्यापन अभियान चलाने की भी मांग की और स्थानीय लोगों से किसी भी बाहरी व्यक्ति को दुकान घर किराए पर नहीं दिए जाने का भी अनरोध किया.