HomeदेशUttarakhand: हिंदू संगठनों ने मुस्लिम डॉक्टर पर लगाए गंभीर आरोप, बर्खास्त करने...

Uttarakhand: हिंदू संगठनों ने मुस्लिम डॉक्टर पर लगाए गंभीर आरोप, बर्खास्त करने की मांग.. एम्स प्रशासन ने आरोपों को नकारा

विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ता ने आरोप लगाया कि पहलगाम में 22 अप्रैल को पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले के दिन मुस्लिम डॉक्टर ने अपने स्टाफ को मिठाई बांटी थी. हालांकि एम्स प्रशासन ने इन आरोपों को खारिज कर दिया.

Rishikesh News: जम्मू- कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद हिंदू संगठन देश के मुसलमानों को निशाना बना रहे हैं. प्रमुख हिंदू संगठनों के सदस्य खुलेआम मुसलमानों के बहिष्कार करने और मारने की बात कर रहे हैं. इसी बीच आज यानी कि सोमवार, 5 मई को विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने गंभीर आरोप लगाते हुए एम्स ऋषिकेश में पोस्टेड एक मुस्लिम डॉक्टर को बर्खास्त करने की मांग की. इसके लिए हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने एम्स के बाहर प्रदर्शन भी किया. हालांकि एम्स प्रशासन ने इन आरोपों को खारिज कर दिया.

क्या आरोप लगाया ?

विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ता ने आरोप लगाया कि पहलगाम में 22 अप्रैल को पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले के दिन मुस्लिम डॉक्टर ने अपने स्टाफ को मिठाई बांटी थी. इसके बाद से हिंदूवादी संगठन के नेता लगातार समुदाय मुस्लिम डॉक्टर को बर्खास्त करने की मांग कर रहे हैं.

एम्स परिसर में घुसने की कोशिश की

बता दें कि हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन के दौरान खूब बवाल मचाया. कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए एम्स परिसर में घुसने की कोशिश की. इस दौरान मरीजों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा. हालांकि एम्स प्रशासन की शिकायत पर पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं को गेट पर ही रोक दिया.

बड़े आंदोलन की दी चेतावनी

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने कहा कि जल्दी ही उग्र आंदोलन होगा. कार्यकर्ताओं  का कहना है कि उन्होनें डॉक्टर को एम्स से बर्खास्त करने की भी मांग की, लेकिन अभी तक एम्स प्रशासन ने उनकी मांग पर ध्यान नहीं दिया.

एम्स प्रशासन ने आरोपों को किया खारिज

मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, एम्स प्रशासन ने इस मामले की जांच की. एम्स के पब्लिक रिलेशन ऑफीसर संदीप कुमार सिंह ने बताया कि यह सामान्य कार्यक्रम था, जिसमें नर्सिंग स्टाफ और डॉक्टर शामिल थे. इस तरह के आयोजन संस्थान में अक्सर होते रहते हैं. इसका पहलगाम की घटना से कोई लेना-देना नहीं है. नर्सिंग स्टाफ और डॉक्टर ने बाकायदा लिखित में जांच के दौरान इसे स्पष्ट किया है.

spot_img
1,716FansLike
6,134FollowersFollow
118FollowersFollow
15,500SubscribersSubscribe