Waqf Bill: एआईएमआईएम (AIMIM) चीफ और सासंद असदुद्दीन ओवैसी ने शुक्रवार , 24 जनवरी को वक़्फ बिल पर जेपीसी (JPC) की बैठक के बाद दस सांसदों के निलंबन पर सरकार की कार्यशैली पर कड़ा विरोध जताया. ओवैसी ने कहा कि वक़्फ बिल में जो संसोधन किए जा रहे हैं. वह वक़्फ संपत्ति को बचाने के लिए नहीं बल्कि बरबाद करने के लिए किए जा रहे हैं.
असदुद्दीन ओवैसी ने और क्या कहा?
AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि वक़्फ बिल का एक बहुत ही संवेदनशील मुद्दा है. अगर सरकार इसे जबरन पारित करने और संयुक्त कार्य समिति (Joint Working Committie) के माध्यम से इसे सीधे संसद में लाने की कोशिश करती है, तो इसके कानूनी और सामाजिक दोनों रूप से गंभीर नतीजे निकलेंगे. क्योंकि इसमें जो संसोधन किए जा रहे हैं. वह वक़्फ संपत्ति को बचाने के लिए नहीं बल्कि बरबाद करने के लिए किए जा रहे हैं.
असदुद्दीन ओवैसी ने आगे कहा, “अफसोस के साथ यह कहना पड़ रहा है कि बीजेपी सरकार, इस बिल को संयुक्त कार्य समिति से खत्म करके सांसद में ला रही है यह प्रोसेस गलत है.”
‘सरकार की कार्यशैली पर पर गंभीर सवाल’
गौरतलब है कि वक़्फ संशोधन विधेयक पर शुक्रवार, 24 जनवरी को जेपीसी (JPC) की एक बैठक हुई थी. जहां बैठक के दौरान हंगामा हो गया . इस हंगामे के बाद एक दिन के लिए सभी दस विपक्षी सांसदों को सस्पेंड कर दिया गया. इसके बाद सभी विपक्षी सांसदों ने सरकार की कार्यशैली पर और विधेयक के प्रावधानों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.